सिंगापुर। सिंगापुर में शुक्रवार को स्वतंत्रता सेनानी नेताजी सुभाष चंद्र बोस के ‘दिल्ली चलो’ नारे पर बनी एक वृत्तचित्र को प्रदर्शित किया जाएगा। बोस ने जुलाई 1943 में तत्कालीन जापानी कब्जे वाले सिंगापुर के पडांग से यह नारा दिया था।
‘नेताजी सुभाष चंद्र बोस: ए सिंगापुर सागा’ नामक इस वृतचित्र में प्रवासी भारतीय नागरिकों को दिल्ली आने तथा यहां की सत्ता पर काबिज ब्रिटिश औपनिवेशिक सरकार को बेदखल करने का आह्वान करने वाले युद्धघोष को दर्शाया गया है।
नेताजी के ‘दिल्ली चलो’ के नारे ने दक्षिण पूर्व एशिया में लोगों को जोश से भर दिया तथा इसने ‘भारत की आजादी के आंदोलन’ को प्रज्वलित किया।
नेताजी के नेतृत्व में इंडियन नेशनल आर्मी (आईएनए) में शामिल होने वाले लोगों की संख्या में वृद्धि हुई और इसने चार सालों के बाद 1947 में भारत की आजादी में मुख्य भूमिका निभाई।
सिंगापुर की साप्ताहिक ‘तबला’ की एक रिपोर्ट के अनुसार, मूलत यह वृत्तचित्र भारत और सिंगापुर के इतिहास और मजबूत सांस्कृतिक संबंधों की याद दिलाता है।
टैगोर सोसाइटी सिंगापुर द्वारा निर्मित इस वृत्तचित्र का निर्देशन लक्ष्मी रमन वेंकट ने किया है। सोसाइटी की क्रिएटिव डायरेक्टर डॉली डेवनपोर्ट ने कहा कि वृत्तचित्र मे इस बात की झलक मिलती है कि कैसे क्षेत्र (दक्षिण पूर्व एशिया) के आम लोग नेताजी और भारत की आजादी के प्रति आकर्षित थे।
डेवनपोर्ट ने बताया कि आईएनए में महिलाओं और पुरुषों को बराबर जिम्मेदारियां निभानी पड़ती थी और वह चाहती हैं कि उनके इन गौरवशाली उपलब्धियों को याद किया जाए।
उन्होंने बताया कि वृत्तचित्र निर्माण के दौरान शोध दल को सिंगापुर में नेताजी के बारे में कहानियां और संगीत निर्देशक राम सिंह ठाकुरी के नेतृत्व में बनाए गये आईएनए के गीतों का संग्रह मिला।
डीबीएस सिंगापुर और डीबीएस इंडिया इस डॉक्यूमेंट्री के मुख्य प्रायोजक हैं। इस वृत्तचित्र को नि:शुल्क प्रदर्शित किया जाएगा।