संयुक्त राष्ट्र। सूडान के लिए संयुक्त राष्ट्र के राजदूत ने देश में हिंसा में लिप्त जनरलों को सात दिन के संघर्ष विराम का पालन करने की अपील की। यह संघर्ष विराम सोमवार रात से शुरू हो गया है। सूडान के लिए संयुक्त राष्ट्र के राजदूत वोल्कर पर्थेस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को बताया कि दोनों पक्ष छह बार संघर्ष विराम की घोषणा कर चुके हैं लेकिन इसके बावजूद 15 अप्रैल से शुरू हुए संघर्ष के कम होने के संकेत नहीं दिख रहे हैं। पहले के किसी भी संघर्ष विराम का पालन नहीं हुआ है। देश में पिछले माह से जनरल अब्देल फताह बुरहान नीत सूडानी सेना तथा मोहम्मद हमदान दगालो की रैपिड सपोर्ट फोर्स (आरएसएफ) के बीच संघर्ष चल रहा है और इसे रोकने के लिए यह सातवीं बार संघर्ष विराम की घोषणा की गई है।सोमवार रात को संघर्ष विराम के प्रभावी होने के कुछ घंटे पहले पर्थेस ने दोनों पक्षों से लड़ाई बंद करने की अपील की थी ताकि जरूरतमंदों को मानवीय मदद पहुंचाई जा सके और आम नागरिकों को संघर्ष क्षेत्र से निकाला जा सके। गौरतलब है कि खार्तूम और पश्चिमी दारफुर क्षेत्र में हिंसा सर्वाधिक हुई है। इन स्थानों पर आरएसएफ की पकड़ मजबूत है। पर्थेस ने कहा कि इन संघर्षों में 190 बच्चों सहित 700 से अधिक लोग मारे गए हैं, और 6000 लोग घायल हुए हैं। उन्होंने कहा कि हिंसक संघर्ष के कारण 10 लाख से अधिक लोग विस्थापित हुए हैं और कई लापता हैं।