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वाशिंगटन। अमेरिका में भारत के राजदूत तरणजीत सिंह संधू ने पिछले सप्ताह अटलांटा शहर
का दौरा किया और इस दौरान उन्होंने दुनिया के दो सबसे बड़े लोकतंत्रों भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय
संबंधों को आगे बढ़ाने के लिए थिंक टैंक, शिक्षाविदों, कॉर्पोरेट जगत, सांसदों और भारतीय अमेरिकी समुदाय के
प्रतिष्ठित सदस्यों के साथ मुलाकात की।
संधू ने अंतरराष्ट्रीय संबंधों पर अटलांटा परिषद को संबोधित करते हुए भारत-अमेरिका द्विपक्षीय संबंधों के प्रमुख
पहलुओं का जिक्र किया, जिसमें द्विदलीय समर्थन, देशों के बीच बढ़े विश्वास, लोगों पर ध्यान केन्द्रित करना,
उद्योग की भूमिका, नागरिक समाज तथा रणनीतिक समुदाय आदि शामिल हैं।
शीर्ष भारतीय राजनयिक ने तत्काल प्राथमिकता वाले क्षेत्रों – रणनीतिक और रक्षा, स्वास्थ्य सेवा, डिजिटल, स्वच्छ
ऊर्जा, जलवायु परिवर्तन, शिक्षा और ज्ञान साझेदारी को भी रेखांकित किया। संधू का अटलांटा का दौरा स्वास्थ्य
देखभाल, शिक्षा और ज्ञान साझेदारी सहित प्रमुख प्राथमिकताओं पर ध्यान केन्द्रित करने का हिस्सा है।
इस दौरान, राजदूत ने सांसदों जॉन ओसॉफ, सैनफोर्ड बिशप, लुसी मैकबाथ और निकेमा विलियम्स से भी मुलाकात
की। इसके अलावा, राजदूत ने जॉर्जिया के विधायकों के एक द्विदलीय समूह के साथ भी मुलाकात की और इस
दौरान स्वास्थ्य सेवा के साथ-साथ राज्य तथा भारत के बीच ढांचागत, शैक्षणिक एवं व्यापार संपर्क बढ़ाने पर चर्चा
हुई।
संधू ने एमएलके के किंग सेंटर में उन्हें और महात्मा गांधी को श्रद्धांजलि दी। समारोह में मार्टिन लूथर किंग
(एमएलके) के परिवार के सदस्यों, भारतीय-अमेरिकी तथा अफ्रीकी-अमेरिकी समुदायों के स्थानीय प्रमुख नेताओं ने
भाग लिया।
भारतीय राजदूत ने अटलांटा में व्यापार, अनुसंधान, शिक्षा, आईटी और विज्ञान सहित विविध क्षेत्रों से संबंधित
भारतीय समुदाय के प्रमुख सदस्यों से मुलाकात की। इसके अलावा उन्होंने क्षेत्र के युवा पेशेवरों के साथ बातचीत
की, जिनमें से कई क्षेत्र में स्थित कम्पनियों के उद्यमी/सीईओ (मुख्य कार्यकारी अधिकारी) हैं।