वॉशिंगटन। द अमेरिकन सोसायटी ऑफ क्लिनिकल ऑन्कोलॉजी (ASCO) के एक नए अध्ययन से पता चला कि ज्यादा शराब पीने से छह अलग-अलग तरह के कैंसर हो सकते हैं। अध्ययन में पाया गया कि कम शराब पीने से ओसोफेगल, मुंह, वॉइस बॉक्स, लिवर, कोलोरेक्टल और स्तन कैंसर का जोखिम बढ़ जाता है।
वास्तव में, शराब के कारण दुनिया भर में कैंसर और कैंसर से मौत होने का आंकड़ा पांच फीसद है। हालांकि, ASCO ने कहा कि वह लोगों से यह नहीं कह सकता कि शराब को पूरी तरह से बंद कर दिया जाए। मगर, यह सलाह जरूर दी गई है कि शराब पीने की मात्रा को नियंत्रित जरूर किया जाए।
अल्कोहल शरीर के हर भाग को कैंसरकारक रूप में प्रभावित नहीं करती है। डॉ. लोकोन्टे ने बताया कि सिर, गर्दन और एसोफेगल कैंसर के लिए एसिट एल्डिहाइड जिम्मेदार है, जो अल्कोहल के टूटने के बाद बनने वाला प्रोडक्ट है।
जैसे ही कोई व्यक्ति शराब का घूंट पीता है, एसिट एल्डिहाइड बनता है। यह कोशिकाओं के संपर्क में आने के बाद कैंसर का कारण बनता है। दूसरी ओर, लिवर का कैंसर सिरोसिस के कारण होता है, जो शराब पीने की वजह से होता है।
महिलाएं यदि शराब पीती हैं, तो उनके एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे उन्हें स्तन कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है। ASCO की रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जिन महिलाओं ने कभी भी बीयर या शराब एक बार भी पी है, उनके प्रीमेनोपॉजल ब्रेस्ट कैंसर होने का जोखिम अन्य महिलाओं की तुलना में पांच फीसद बढ़ जाता है। जबकि नौ फीसद महिलाओं में रजोनिवृत्ति होने के बाद कैंसर का खतरा बढ़ जाता है।
शराब से होने वाले कैंसर
1. ओसोफेगल यानी आहार नली का कैंसर।
2. मुंह का कैंसर या ओरल कैंसर। इसमें होंठ, गाल, लार ग्रंथियां, तालू, मसूडों, टॉन्सिल, जीभ और जीभ के अंदर का हिस्सा आते हैं।
3. वॉइस बॉक्स यानी वो हिस्सा जिसकी मदद से हम बोल पाते हैं। इसकी शुरुआत निगलने में परेशानी और सांस में तकलीफ से होती है।
4. लिवर कैंसर। अचानक वजन घटना, बार-बार उल्टी होना या पीलिया होना इसके शुरुआती लक्ष्ण होते हैं।
5. कोलोरेक्टल यानी बड़ी आंत का कैंसर। इस कैंसर से दुनियाभर में हर साल साढ़े 6 लाख से ज्यादा लोगों की मौत होती है।
6. स्तन कैंसर के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं। मामूली दर्द या गांठ से इसकी शुरुआत होती है।
एक नजर में रिपोर्ट की चौंकाने वाली बातें
– शराब के कारण दुनिया भर में कैंसर से मरने वालों का आंकड़ा पांच फीसद है।
– शराब पीने और कैंसर के खतरे के बीच सीधा संबंध बताया गया है।
– लोगों को सलाह दी गई है कि वे शराब पीने की मात्रा को नियंत्रित करें।
– रिपोर्ट में बताया गया है कि अल्कोहल से शरीर के हर अंग को कैंसर नहीं होता है, लेकिन सिर, गर्दन और आहार नली वाले हिस्से को खासतौर पर नुकसान पहुंचता है।
– शरीर में अल्कोहल जाने के बाद इससे एसिट एल्डिहाइड निकलता है, जो कैंसर का कारण बनता है।
– लिवर का कैंसर सिरोसिस के कारण होता है।
– महिलाएं यदि शराब पीती हैं, तो उनमें एस्ट्रोजन का स्तर बढ़ जाता है, जिससे उन्हें स्तन कैंसर होने का जोखिम बढ़ जाता है।
– रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि जिन महिलाओं ने कभी भी बीयर या शराब एक बार भी पी है, उनमें प्रीमेनोपॉजल ब्रेस्ट कैंसर होने का जोखिम अन्य महिलाओं की तुलना में पांच फीसद बढ़ जाता है।