वॉशिंगटन। अमेरिका के 2016 के चुनाव में हस्तक्षेप को लेकर कांग्रेस की एक सुनवाई के दौरान एक व्हिसल ब्लोअर ने कहा कि राजनीतिक परामर्श समूह कैंब्रिज एनालिटिका ने रूसी शोधकर्ताओं का इस्तेमाल किया था और रूसी खुफिया सेवा से जुड़ी कंपनियों के साथ डाटा साझा किए थे। ब्रिटिश कंपनी के फेसबुक के लाखों उपयोगकर्ताओं के डाटा का दुरूपयोग करने को लेकर सूचना लीक करने वाले क्रिस्टोफर विली ने सीनेट की एक समिति से कहा कि उनका मानना है कि रूसी खुफिया सेवा के पास कैंब्रिज एनालिटिका द्वारा जुटाए गए डाटा तक पहुंच थी।
विली ने आयोग से कहा कि फेसबुक उपयोगकर्ता के प्रोफाइल डाटा जुटाने के लिए ऐप्लिकेशनल बनाने वाले रूसी-अमेरिकी शोधकर्ता एलेक्जांद्र कोगन रूस द्वारा वित्तपोषित परियोजनाओं पर भी काम कर रहे थे। इनमें ‘बिवेहियरल रिसर्च’ से जुड़ी परियोजना शामिल है। विली के अनुसार इसका मतलब है कि रूस के पास फेसबुक डाटा तक पहुंच थी। साथ ही इस संदेह को बल मिलता है कि कैंब्रिज एनालिटिका रूसी सुरक्षा सेवाओं का निशाना रही होगी और रूसी सुरक्षा सेवाओं को कंपनी के फेसबुक डाटा की मौजूदगी की जानकारी दी गयी होगी।