कंपाला। भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा कि भारत जी-20 समूह की अध्यक्षता का उपयोग वैश्विक आर्थिक विकास के लक्ष्य को पाने के लिए करेगा। युगांडा यात्रा के दौरान भारतीय मामलों पर संसदीय मंच के सदस्यों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भारत सभी वैश्विक चिंताओं को जी-20 के मंच पर रखने का प्रयास करेगा।
भारतीय विदेश मंत्री ने कहा कि भारत की जी-20 अध्यक्षता सभी से अलग है क्योंकि किसी ने आज तक ‘ग्लोबल साउथ’ के सभी देशों से परामर्श करने का प्रयास नहीं किया। ‘ग्लोबल साउथ’ में एशिया, अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका के देश आते हैं। ग्लोबल साउथ के देशों को नव औद्योगीकृत या औद्योगीकरण की प्रक्रिया में शामिल देशों के रूप में वर्णित किया जाता है तथा उनमें से ज्यादातर देश उपनिवेश रह चुके हैं।
जयशंकर ने कहा कि भारत जी-20 की अपनी अध्यक्षता का उपयोग इस मंच को वैश्विक आर्थिक विकास के इसके लक्ष्य और युगांडा के लिए महत्वपूर्ण मुद्दों पर केंद्रित रखने के लिए करना चाहेगा। उन्होंने कहा कि हम चाहेंगे कि जी-20 हरित विकास, ऋण, सतत विकास लक्ष्य, डिजिटल सेवाओं के मुद्दों पर ध्यान केंद्रित करें। जयशंकर ने अपनी युगांडा यात्रा के दौरान वहां भारतीय मूल के उद्यमियों से भी मुलाकात की।