लंदन। वैज्ञानिकों ने मानव शरीर के एक नए अंग की खोज करने का दावा किया है, जिसके जरिये मेडिकल साइंस के क्षेत्र में काफी सफलता मिल सकती हैं। इजरायल के डॉ. डेविड कार-लॉक और डॉ. पेट्रोस बेनियास ने मिलकर माउंड सिनाई बेथ इजरायल मेडिकल सेंटर मेडिक्स में यह खोज की है। उन्होंने मानव शरीर में जिस नए अंग की खोज की है उसका नाम ‘इंटरस्टीशियम’ रखा गया है।
वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि इस नए अंग के जरिये मानव शरीर में कैंसर कैसे फैलता है, का पता लगाया जा सकता है। वैज्ञानिकों ने कहा कि हमारी बॉडी स्किन के अंदर एक लेयर होती है, जिसे हम उत्तक यानी टिश्यू कहते हैं जबकि इसके अंदर तरल पदार्थों से भरे कंपार्टमेंट्स हैं, वैज्ञानिकों ने ‘इंटरस्टीशियम’ नाम दिया है। वैज्ञानिकों ने ‘इंटरस्टीशियम’ के बारे में बताया है कि ये स्कीन के अलावा आंत, फेफड़े, रक्त नलिका और मांसपेशियों के नीचे भी पाए जाते हैं। ये काफी लचीले होते हैं और इनके अंदर प्रोटीन लेयर होती है।
वैज्ञानिकों के मुताबिक ‘इंटरस्टीशियम’ शरीर के टिश्यूज के बचाव का काम करते हैं। मालूम हो कि इंसान के शरीर के नए अंग के बारे में लेख साइंटिफिक रिपोर्ट्स जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
ऐसे हुई खोज –
माउंड सिनाई बेथ इजरायल मेडिकल सेंटर मेडिक्स के डॉ. डेविड कार-लॉक और डॉ. पेट्रोस बेनियास मानव शरीर में कैंसर कैसे फैलता है, के बारे में पता करने के लिए, पित्त वाहिनी की जांच कर रहे थे, तभी उनकी नजर विशेष प्रकार के उत्तकों को पड़ी, जिन्हें उन्होंने ‘इंटरस्टीशियम’ नाम दिया।
शरीर के बड़े अंगों में से एक –
‘इंटरस्टीशियम’ शरीर के बड़े अंगों में से एक माना जा रहा है। दावा किया जा रहा है कि मानव शरीर में इस नए अंग की खोज और उसे पूरी तरह से समझने के बाद वैज्ञानिकों को कैंसर के लिए नया टेस्ट विकसित करने में मदद मिलेगी।