संयोग गुप्ता
वाशिंगटन। अमेरिका में रिपब्लिकन सांसदों के बहिष्कार करने की धमकियों से बेपरवाह
निचले सदन प्रतिनिधि सभा की अध्यक्ष नैन्सी पेलोसी ने बृहस्पतिवार को घोषणा की कि छह जनवरी को कैपिटल
विद्रोह की जांच कर रही कांग्रेस की समिति ‘‘गंभीरता’’ के साथ काम करेगी चाहे रिपब्लिकन इसमें भाग लें या
नहीं।
रिपब्लिकन पार्टी के सदन के नेता केविन मैकार्थी ने इस समिति को एक ‘‘ढोंगी प्रक्रिया’’ बताया और कहा कि
इसमें भाग लेने वाले रिपब्लिकन सांसदों को गंभीर नतीजे भुगतने पड़ सकते हैं।
पेलोसी ने सदन में रिपब्लिकन पार्टी के नेता केविन मैकार्थी द्वारा नियुक्त किए गए दो रिपब्लिकन सदस्यों को
छह जनवरी को हुई कैपिटल (अमेरिकी संसद भवन) हिंसा की जांच करने वाली समिति में शामिल करने से बुधवार
को इनकार कर दिया। इस निर्णय की रिपब्लिकन ने "सत्ता का एक गंभीर दुरुपयोग" बताते हुए निंदा की है।
मैकार्थी ने कहा कि अगर डेमोक्रेट उनके द्वारा नियुक्त सदस्यों को स्वीकार नहीं करेंगे तो रिपब्लिकन सदस्य जांच
में भाग नहीं लेंगे।
पेलोसी ने इंडियाना प्रतिनिधि जिम बैंक्स की नियुक्ति को स्वीकार करने से इनकार करने में जांच की "ईमानदारी"
का हवाला दिया, जिसे मैकार्थी ने पैनल में शीर्ष रिपब्लिकन प्रतिनिधि के तौर पर चुना था। ओहियो प्रतिनिधि जिम
जॉर्डन को भी चुना गया था। दोनों पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के करीबी हैं।
मैकार्थी ने बुधवार को कहा कि वह सभी पांचों रिपब्लिकन सांसदों के नाम वापस लेंगे। वहीं, पेलोसी ने कहा, ‘‘सदन
की अध्यक्ष के तौर पर यह सुनिश्चित करना मेरी जिम्मेदारी है कि हम इसकी सच्चाई तक पहुंचें और हम उनकी
हरकतों को इसके आड़े नहीं आने देंगे।’’
गौरतलब है कि ट्रम्प के समर्थकों ने छह जनवरी को कैपिटल की घेराबंदी कर भारी उत्पात मचाया था और
राष्ट्रपति जो बाइडन की जीत की सत्यापन प्रक्रिया को बाधित किया था।