बीजिंग। चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने यूक्रेन के अपने समकक्ष दिमित्रो कुलेबा से कहा कि
यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते संघर्ष को देखकर चीन बेहद दुखी है और वहां लोगों को हो रहे नुकसान को लेकर
बेहद चिंतित है।
चीन ने रूस और यूक्रेन से बातचीत के जरिए मसले हल करने का एक बार फिर आग्रह किया। रूस के यूक्रेन पर
हमले के बाद बढ़ते तनाव के बीच मंगलवार को दोनों मंत्रियों ने पहली बार फोन पर बात की।
चीन की सरकारी समाचार समिति ‘शिन्हुआ’ की खबर के अनुसार, वांग ने कहा कि यूक्रेन में स्थिति तेजी से बदली
है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन एवं रूस के बीच बढ़ते संघर्ष को लेकर उन्हें बेहद खेद है और वह नागरिकों को होने वाले
नुकसान से ‘‘बेहद चिंतित’’ हैं।
वांग ने नागरिकों को हो रहे नुकसान को लेकर चिंता व्यक्त की, हालांकि वह रूस पर कोई आरोप ना लगाने को
लेकर भी सतर्क रहे।
गौरतलब है कि रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन के खिलाफ ‘‘विशेष सैन्य अभियान’’ शुरू किया है।
चीनी विदेश मंत्रालय की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, चीन, ‘‘यूक्रेन और रूस के बीच बढ़ते संघर्ष को
देखकर बहुत दुखी है और नागरिकों को हुए नुकसान के बारे में अत्यधिक चिंतित है।’’
चीन, रूस का करीबी सहयोगी है और ऐसे में नागरिकों को लेकर अपनी चिताएं व्यक्त करके और रूस के सैन्य
हमले की निंदा ना करके वह मामले पर तटस्थ रुख अपना रहा है।
चीन के रुख को रेखांकित करते हुए, चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने मंगलवार को कहा था कि
रूस की ‘‘वैध सुरक्षा मांगों’’ को गंभीरता से लिया जाना चाहिए और यूक्रेन संकट को हल करने के वास्ते एक
राजनीतिक समाधान पर उचित तरीके से विचार किया जाना चाहिए।
रूस की सैन्य कार्रवाई की आलोचना करने से इनकार करते हुए वांग वेनबिन ने ‘‘ ऐसा राजनीतिक समझौता करने
का आह्वान किया, जो दोनों पक्षों की वैध सुरक्षा चिंताओं को दूर करे और यूरोप में साझा सुरक्षा प्राप्त करता हो
तथा यूरोप की स्थायी शांति एवं स्थिरता को बढ़ावा देता हो।’’