पोवे (अमेरिका)। अमेरिकी जांच एजेंसी एफबीआई ने कहा है कि उसे दक्षिणी
कैलिफोर्निया में यहूदी प्रार्थनास्थल में हुए हमले से कुछ ही मिनट पहले यहूदियों के खिलाफ हिंसा की
धमकी देने वाले सोशल मीडिया पोस्ट के संबंध में जानकारी मिली थी। सूचना मिलने के महज कुछ ही
देर बाद एक बंदूकधारी ने एक श्रद्धालु की हत्या कर दी और तीन अन्य इस हमले में घायल हो गए।
हमले में संदिग्ध माने गए व्यक्ति के परिवार ने सोमवार को कहा कि इस हमले ने बंदूकधारी को, “उस
पाप के इतिहास का हिस्सा बना दिया जो सदियों से यहूदियों के खिलाफ किया जा रहा है।”
एफबीआई की वेबसाइट पर डाली गई इन सूचनाओं में एक अज्ञात व्यक्ति के पोस्ट का लिंक है लेकिन
इसके लेखक एवं धमकी किस स्थान से दी गई इसकी जानकारी का विशेष उल्लेख नहीं है। एजेंसी ने
कहा कि कर्मचारियों ने इसे लिखने वाले की पहचान तत्काल सुनिश्चित करने की कोशिश की लेकिन कुछ
ही क्षण बाद यह हमला हो गया। शनिवार को हुए इस हमले के लिए 19 वर्षीय जॉन टी अर्नेस्ट को
हत्या एवं हत्या के प्रयास का आरोपी बनाया गया है साथ ही पिछले महीने एक पास की मस्जिद में हुई
आगजनी के लिए भी उसे आरोपी बनाया गया है। उसे आज यानि मंगलवार को अदालत में पेश किया
जाना है। उसके परिजन ने कहा कि उनका बेटा एवं उसके पांच अन्य भाई-बहन ऐसे परिवार में पले-बढ़े
हैं जिन्होंने नफरत को खारिज किया और सिखाया कि हम जो कुछ भी करते हैं उसका मकसद प्यार
होना चाहिए। उन्होंने कहा कि वह इस घटना से हैरान एवं परेशान हैं।