सना। यमन में विद्रोहियों के गठबंधन के टूटने के बाद सना में भीषण मुठभेड़ होने के बीच हूती विद्रोहियों ने सोमवार को पूर्व राष्ट्रपति अली अब्दुल्ला सालेह की हत्या कर दी। सना में सालेह के करीबी बलों और ईरान समर्थित शिया विद्रोहियों के बीच भारी गोलीबारी हो रही है।
तीन साल पहले दोनों ने संयुक्त रूप से सना के एक खासे हिस्से पर कब्जा कर लिया था। हूती नियंत्रित आंतरिक मंत्रालय ने सालेह की मौत की अल-मसीराह टेलीविजन स्टेशन पर घोषणा की। पिछले सप्ताह गठबंधन टूटने के साथ राजधानी में भीषण जंग शुरू हो गई।
गौरतलब है कि यमन के गृहयुद्ध में सालेह और हूती विद्रोही एक ही तरफ थे। तब उनके निशाने पर यमन के मौजूदा राष्ट्रपति अब्दाराबूह मंसूर हादी थे। मगर, राजधानी सना की मुख्य मस्जिद के नियंत्रण को लेकर हुए विवाद के बाद दोनों पक्षों में विवाद हो गया था।
मस्जिद के लिए हुई झड़पों में 125 से अधिक जानें गईं और 238 लोग घायल हुए। हूती विद्रोहियों के नियंत्रण वाले मीडिया ने कहा कि विश्वासघाती मिलिशिया के नेता की मौत से संकट का अंत हो गया है।
संयुक्त राष्ट्र के मुताबिक, मार्च 2015 में शुरू हुए यमन के गृहयुद्ध में अब तक 8,670 लोगों की मौत हो चुकी है, वहीं, 49 हजार से अधिक लोग घायल हुए हैं। यमन के गृहयुद्ध की वजह से सऊदी अरब ने नाकेबंदी कर दी है, जिससे यमन में खाने पीने की चीजों की किल्लत हो गई है।