गौरव त्यागी
यांगून। म्यांमा के सबसे बड़े शहर यांगून में बड़ी संख्या में लोगों ने कारों के हॉर्न और
बर्तन बजाकर देश में सैन्य तख्तापलट का विरोध किया। देश में सैन्य तख्तापलट के विरोध में संभवत: यह
पहला सार्वजनिक विरोध है। यांगून और पड़ोसी क्षेत्रों में इस प्रदर्शन के दौरान हिरासत में बंद नेता आंग सान
सू ची की अच्छी सेहत की कामनाएं की गईं और स्वतंत्रता की मांग करते हुए नारे लगाए गए। एक प्रदर्शनकारी
ने अपना नाम जाहिर नहीं करने की शर्त पर कहा, ‘‘म्यांमा की संस्कृति में ड्रम बजाने का अर्थ शैतान को
बाहर भेजना होता है।’’ कई लोकतंत्र समर्थक समूहों ने तख्तापलट के खिलाफ विरोध प्रदर्शित करने के लिए
लोगों से मंगलवार रात आठ बजे शोर मचाने का आह्वान किया था। सू ची की नेशनल लीग फॉर डेमोक्रेसी
पार्टी के नेता विन तीन ने कहा, ‘‘हमारे देश पर तख्तापलट का अभिशाप है और इसी लिए हमारा देश गरीब
बना हुआ है। मैं अपने साथी नागरिकों एवं उनके भविष्य को लेकर चिंतित हूं।’’ उन्होंने लोगों से सविनय अवज्ञा
के जरिए सेना की अवहेलना करने की अपील की। पार्टी प्रवक्ता की तोए ने बताया कि सेना ने सरकारी
आवासीय परिसर में नजरबंद रखे गए सैकड़ों सांसदों पर लगे प्रतिबंध मंगलवार को हटाने आरंभ कर दिए और
नई सरकार ने उन्हें अपने घर जाने को कहा है। उन्होंने बताया कि सू ची का स्वास्थ्य अच्छा है और उन्हें एक
अलग स्थान पर रखा गया हैं, जहां उन्हें कुछ और वक्त तक रखा जाएगा। हालांकि उनके इस बयान की पुष्टि
नहीं हो सकी है। गौरतलब है कि म्यांमा में सेना ने सोमवार को देश में सरकार का तख्तापलट कर दिया और
शीर्ष नेता सू ची समेत उनकी पार्टी के कई प्रमुख नेताओं को हिरासत में ले लिया। सेना के स्वामित्व वाले
‘मयावाडी टीवी’ ने सोमवार सुबह घोषणा की थी कि सेना ने एक साल के लिए देश का नियंत्रण अपने हाथ में
ले लिया है।