जोहानिसबर्ग। मोजाम्बिक में ‘इडई’ चक्रवात आने से इर्द-गिर्द के देशों- ज़िम्बाब्वे और मलावी में क़रीब एक हज़ार लोगों के मरने की आशंका है। यह चक्रवात पिछले चार दिनों से मोजाँबिक के पोर्ट सिटी ‘बेरा’ में तांडव मचा रहा था। कई गांव उजड़ गए हैं, घरों की छतें उड़ गईं हैं, बाढ़ का पानी गांवों में घुस गया है। मोजाम्बिक के राष्ट्रपति फ़िलिप नयूसी ने बेरा का दौरा करने के बाद कहा है कि चक्रवात का असर इतना भयावह था कि अनेक लोगों के शव पानी में तैरते नज़र आ रहे थे।
राष्ट्रपति फ़िलिप ने उक्त घोषणा करते हुए आशंका ज़ाहिर की है कि चक्रवात का कहर गुरुवार से शुरू हो गया था। इसकी गति 106 मील अर्थात 177 किलोमीटर प्रति घंटा थी। राहत कार्य रविवार तक पहुंच पाया। अभी तक 84 लोगों के मरने की अधिकृत सूचना जारी की गई है। न्यूयॉर्क टाइम्स के अनुसार अफ़्रीका के दक्षिणी क्षोर तक 180 लोगों के मरने की सूचना है। ज़िम्बाब्वे में 98 लोग मरने की सूचना है, जबकि 217 लोग लापता हैं। मलावी में जगह-जगह जलभराव हो गया है, और वहां 217 लोगों के मरने की सूचना है। ब्रिटिश सरकार ने 80 लाख डालर की राहत सामग्री दिए जाने की घोषणा की है। अन्तर्राष्ट्रीय रेड क्रास और रेड करिसेंट सोसाइटी ने राहत कार्य तेज़ कर दिए हैं।