राजीव गोयल
कैनबेरा। ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से आग्रह किया
है कि वो कोविड-19 के वैक्सीन को साझा करने का संकल्प ले। उन्होंने कहा कि यह हम सबकी नैतिक और
वैश्विक जिम्मेदारी बनती है। 75वीं यूनाइटेड नेशन्स जनरल एसेंबली में बात करते हुए मॉरिसन ने अंतरराष्ट्रीय
समुदाय से कहा कि वो इसका पता लगाए कि कैसे यह संक्रमण मानव के बीच फैल गया। मॉरिसन ने कहा कि
जिस किसी को भी यह वैक्सीन मिलती है, उसे साझा करना चाहिए। इस व्यापक स्तर पर साझा करना हम सबकी
नैतिक और वैश्विक जिम्मेदारी बनती है। उन्होंने कहा कि यदि हमें यह पहले मिलती है तो हम इसे सबसे साथ
साझा करने का संकल्प लेते हैं। वायरस के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि इसका पता लगाना भी बहुत
जरूरी है कि इस वायरस का स्रोत क्या है और यह मानवों तक कैसे पहुंचा। उन्होंने कहा कि इस वायरस ने विश्व
और यहां के लोगों पर आपदा ला दी है। हम सबको समझदारी के साथ इसके रोकने के लिए वो सब करना होगा,
जिससे यह फिर से उत्पन्न ना हो सके। उन्होंने कहा कि किसी भी प्रकार की गलत जानकारी हानिकारक है और
यह डर का माहौल पैदा करती है। इसलिए इसे रोकना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि हमें संप्रभुता, शांति और
सुरक्षा के नियमों को अहमियत देते हुए इनकी सुरक्षा करनी होगी।