माले। मालदीव में आपातकाल कानून के तहत चार विपक्षी सांसदों को सोमवार रात गिरफ्तार कर लिया गया। ये लोग राष्ट्रपति अब्दुल्ला यामीन सरकार के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। जबकि मालदीव के सुप्रीम कोर्ट ने आपातकाल और 30 दिन बढ़ाने को वैध ठहराया है।
विपक्षी राजनेताओं ने रात 10.30 बजे के बाद प्रदर्शन पर रोक के पुलिस के आदेश का उल्लंघन कर विरोध जताया। उन्होंने विपक्षी नेताओं के खिलाफ मुकदमे वापस लेने और उन्हें रिहा करने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करने की मांग की।
मुख्य विपक्षी दल मालदीव डेमोक्रेटिक पार्टी (एमडीपी) ने ट्वीट कर बताया कि यामीन की पार्टी छोड़ने वाले सांसद मुहम्मद अमीथ और अब्दुल्ला अहमद को गिरफ्तार किया गया। इनके अलावा अन्य विपक्षी दलों के दो सांसदों को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया। निजी टीवी चैनल के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए पुलिस ने बल प्रयोग किए। अब्दुल्ला अहमद को विरोध प्रदर्शन को लेकर मीडिया से बातचीत के दौरान गिरफ्तार किया गया।
यामीन सरकार ने भारत समेत अंतरराष्ट्रीय समुदाय की आपातकाल हटाने और विपक्षी नेताओं को रिहा करने की मांग अनसुनी कर दी है। यूरोपीय संघ ने मालदीव में संकट हल नहीं होने पर जरूरी कदम उठाने की सोमवार को चेतावनी दी। जबकि मालदीव के विदेश मंत्रालय का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश का पालन करने का वैधानिक जनादेश है। राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरा हटने के बाद ही आपातकाल खत्म किया जाएगा।
क्या है मामला
एक फरवरी को मालदीव के सुप्रीम कोर्ट ने पूर्व राष्ट्रपति मुहम्मद नशीद समेत विपक्षी नेताओं के खिलाफ मुकदमा खारिज कर दिया। कोर्ट ने विपक्षी नेताओं को रिहा करने का आदेश भी दिया। लेकिन यामीन सरकार ने आदेश का पालन करने से मना कर दिया। यामीन ने पांच फरवरी को 15 दिनों के लिए आपातकाल लागू कर दिया और सुप्रीम कोर्ट के चीफ जस्टिस और एक अन्य जज समेत विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया।