यरुशलम। लगभग तीन महीने से भूख हड़ताल कर रहे एक जाने-माने फलस्तीनी कैदी की इजराइल की हिरासत में मंगलवार को मौत हो गई।
इजराइल की जेल के अधिकारियों ने यह जानकारी देते हुए कहा कि उसकी मौत से गाजा पट्टी में रॉकेट हमलों की बौछार शुरू हो गई है और तनाव बढ़ने की आशंका है।
इजराइली सेना ने मंगलवार देर रात कहा कि उसने आतंकवादी हमास समूह द्वारा तटीय पट्टी में किए जा रहे रॉकेट हमलों के जवाब में हवाई हमले शुरू कर दिए हैं। हमलों में किसी भी तरह की क्षति और मौत की तत्काल कोई जानकारी नहीं है।
उग्रवादी इस्लामिक जिहाद समूह के एक नेता खादर अदनान (45) ने विरोध के तौर पर कैदियों द्वारा लंबे समय तक भूख हड़ताल का चलन शुरू करने में मदद की थी।
फलस्तीनी कैदी अक्सर प्रशासनिक हिरासत को चुनौती देने के लिए भूख हड़ताल करते हैं। यह एक विवादास्पद रणनीति है, जिसके मद्देनजर 1,000 से अधिक फलस्तीनी और कुछ इजराइली भी वर्तमान में भूख हड़ताल कर रहे हैं।
अदनान पहले फलस्तीनी कैदी हैं, जिन्होंने पहली बार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सुर्खिया बटोरीं और एक दशक पहले एकजुट विरोध प्रदर्शन से लोगों को प्रेरित किया। उन्होंने अपनी प्रशासनिक हिरासत के खिलाफ 66 दिनों की भूख हड़ताल की। उनके साथ सैकड़ों अन्य कैदी भी इस हड़ताल में शामिल हुए थे और उनकी ये हड़ताल उनकी रिहाई पर समाप्त हुई थी। बाद में उन्हें फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था।