बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा है कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भारत और पाकिस्तान के शामिल होने से सहयोग के लिए इसकी क्षमता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदें बढ़ी हैं। शी ने एससीओ के सुरक्षा परिषद के सचिवों की 13 वीं बैठक में प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन की स्थापना से ही क्षेत्रीय सुरक्षा एवं स्थिरता इसकी शीर्ष प्राथमिकता रही है। चीन के सरकारी समाचारपत्र ‘चाइना डेली’ ने शी के हवाले से कहा, ‘ष्एससीओ के सदस्यों ने तीन बुरी ताकतों आतंकवाद, अलगाववाद और अतिवाद से मुकाबला किया है, ज्वलंत मुद्दों के नकारात्मक प्रभावों को रोका है और क्षेत्रीय शांत, विकास एवं समृद्धि बरकरार रखने में महत्वपूर्ण योगदान किया है।’’ शी ने कहा कि गत वर्ष जब एससीओ ने पाकिस्तान और भारत को नये सदस्य के तौर पर चुना तो संगठन ने सहयोग की अधिक क्षमता हासिल की और उसे लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदें भी बढ़ीं। उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार राजिंदर खन्ना, पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर खान जांजुआ के साथ ही एससीओ के सदस्य देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने दो दिवसीय बैठक के समापन के बाद शी से मुलाकात की।
भारत, पाकिस्तान के प्रवेश से एससीओ के सहयोग की क्षमता बढ़ी: शी
asiakhabar.com | May 23, 2018 | 5:28 pm ISTसुरक्षा अधिकारियों की यह बैठक नौ .. दस जून को चीन के किंगदाओ शहर में एससीओ सम्मेलन से पहले हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस सम्मेलन में हिस्सा लेने का कार्यक्रम है। गत वर्ष एससीओ में भारत और पाकिस्तान के शामिल होने के बाद यह संगठन का पहला सम्मेलन होगा। एससीओ में चीन की प्रभावशाली भूमिका है। एससीओ के सदस्य देशों में चीन, कजाखिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान, उजबेकिस्तान, भारत और पाकिस्तान शामिल हैं। खन्ना राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद सचिवालय के सचिव भी हैं। उन्होंने बैठक में हिस्सा लेने वाले राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों के अन्य सचिवों के साथ शी से मुलाकात की। शी ने एससीओ सुरक्षा अधिकारियों को संबोधित करते हुए कहा कि सदस्य देशों ने सहयोग के क्षेत्रों में विस्तार किया है और सहयोग में अपने अनुभव बढ़ाये हैं। शी ने एससीओ के अन्य सदस्यों से कहा कि वे संयुक्त सुरक्षा अभियानों के लिए अपनी क्षमता वृद्धि करें और एक कुशल कानून प्रवर्तन सहयोग नेटवर्क का निर्माण करें। एससीओ के सुरक्षा अधिकारियों ने शी के साथ अपनी चर्चा के दौरान आतंकवाद से मुकाबले जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की।