
बीजिंग। चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग ने कहा है कि शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में भारत और पाकिस्तान के शामिल होने से सहयोग के लिए इसकी क्षमता और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदें बढ़ी हैं। शी ने एससीओ के सुरक्षा परिषद के सचिवों की 13 वीं बैठक में प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए कहा कि संगठन की स्थापना से ही क्षेत्रीय सुरक्षा एवं स्थिरता इसकी शीर्ष प्राथमिकता रही है। चीन के सरकारी समाचारपत्र ‘चाइना डेली’ ने शी के हवाले से कहा, ‘ष्एससीओ के सदस्यों ने तीन बुरी ताकतों आतंकवाद, अलगाववाद और अतिवाद से मुकाबला किया है, ज्वलंत मुद्दों के नकारात्मक प्रभावों को रोका है और क्षेत्रीय शांत, विकास एवं समृद्धि बरकरार रखने में महत्वपूर्ण योगदान किया है।’’ शी ने कहा कि गत वर्ष जब एससीओ ने पाकिस्तान और भारत को नये सदस्य के तौर पर चुना तो संगठन ने सहयोग की अधिक क्षमता हासिल की और उसे लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय की उम्मीदें भी बढ़ीं। उप राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार राजिंदर खन्ना, पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार नासिर खान जांजुआ के साथ ही एससीओ के सदस्य देशों के शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों ने दो दिवसीय बैठक के समापन के बाद शी से मुलाकात की।