सिंगापुर। सिंगापुर के कानून एवं गृहमंत्री के. शनमुगम ने भारतीय मूल के एक पुलिस अधिकारी द्वारा मौत से ठीक पहले नस्ली भेदभाव और कार्यस्थल पर प्रताड़ित किये जाने के लगाए गए आरोपों की जांच करने का पुलिस को निर्देश दिया है।
पुलिस अधिकारी उवरजा गोपाल (36) को यिशुन आवासीय परिसर में एक इमारत के नीचे बेसुध पड़ा पाया गया था और शुक्रवार को उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
शनमुगम ने शुक्रवार शाम एक फेसबुक पोस्ट में गोपाल के परिवार के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और कहा कि उन्होंने पुलिस से अधिकारी की मृत्यु से पहले लगाए आरोपों की जांच करने के लिए कहा है।
चैनल न्यूज एशिया ने शनमुगम की पोस्ट के हवाले से कहा, ”अधिकारी ने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट डाला था जिसमें उन्होंने अन्य चीजों के अलावा यह कहा था कि सिंगापुर पुलिस फोर्स (एसपीएफ) में उन्हें नस्ली भेदभाव का सामना करना पड़ा। ये और अन्य आरोप गंभीर हैं।”
अधिकारी द्वारा लगाये गए आरोपों में कार्यस्थल पर खराब माहौल होने का भी उल्लेख किया गया था। उक्त पोस्ट को बाद में हटा दिया गया था लेकिन इसके कई स्क्रीनशॉट ‘रेडिट’ पर दोबारा डाले गए। अधिकारी ने लिखा था कि उसने मदद मांगी थी लेकिन उसकी कोई सहायता नहीं की गई।
पुलिस ने कहा है कि अधिकारी की मौत की जांच चल रही है और वे दुख की घड़ी में अधिकारी के परिवार की सहायता कर रहे हैं।