संयोग गुप्ता
वाशिंगटन। अमेरिका के टेक्सास में एक भारतीय-अमेरिकी शख्स ने 2.4 करोड़ डॉलर की
कोविड-19 राहत योजना में धोखाधड़ी के आरोपों को स्वीकार कर लिया है।
अमेरिका के न्याय विभाग ने बताया कि दिनेश साह (55) ने यह स्वीकार कर लिया कि उसने ‘पेचेक प्रोटेक्शन
प्रोग्राम’ (पीपीपी) में तकरीबन 2.4 करोड़ डॉलर का कर्ज लेने के लिए विभिन्न तथाकथित कारोबार के नाम पर 15
फर्जी अर्जियां दाखिल की।
अदालती दस्तावेजों में कहा गया कि साह ने दावा किया कि इन कारोबारों में कई कर्मचारी काम कर रहे हैं, जबकि
ऐसा कुछ नहीं था।
न्याय विभाग की अपराध शाखा के कार्यवाहक सहायक अटॉर्नी जनरल निकोलस एल मैक्क्वेड ने बृहस्पतिवार को
कहा, ‘‘ऐसे वक्त में जब देश वैश्विक महामारी से जूझ रहा था तो साह ने धोखाधड़ी कर पीपीपी निधि में 1.7
करोड़ डॉलर से अधिक की राशि हासिल की और वह पैसा लग्जरी कारों तथा कई मकानों पर खर्च किया।’’
साह अन्य संपत्तियों समेत आठ मकानों, कई लग्जरी वाहनों और 72 लाख डॉलर से अधिक की राशि जब्त कराने
के लिए राजी हो गया।