राजीव गोयल
वाशिंगटन। भारतीय मूल के एक प्रतिष्ठित अमेरिकी हृदयरोग विशेषज्ञ बेंगलुरू में आयोजित
होने वाली भारतीय विज्ञान कांग्रेस में कई बीमारियों के उपचार के लिए योग के प्रभाव का आकलन करने की नयी
पद्धति को प्रस्तुत करेंगे। अमेरिका के मेंफिस स्थित वेटरन्स अस्पताल में कार्डियक इलेक्ट्रोफिजियोलॉजिस्ट इंद्रनील
बसु रे 3 से 7 जनवरी तक 107वें भारतीय विज्ञान कांग्रेस में ‘नये प्रोटोकॉल’ को प्रस्तुत करेंगे। उन्होंने कहा,
‘‘तंबाकू का सेवन खतरनाक होता है यह बात हमने क्लीनिकल परीक्षणों से साबित नहीं की बल्कि उन लोगों पर
नजर रखकर की जो धूम्रपान करते हैं और उनमें एक प्रकार का फेफड़े का कैंसर होने के आसार दिखाई दिये।
आरसीटी का इस्तेमाल करके यह साबित करना लगभग असंभव ही होता।’’ रे ने दावा किया कि ऐसा ही योग के
साथ है। किसी व्यक्ति को अधिक तनाव लेने की वजह से उच्च रक्त चाप की समस्या हो तो उसका उपचार योग
की पद्धति से किया जा सकता है।