लंदन। ब्रिटेन की एक अदालत ने भारत और पाकिस्तान के लोगों को अपनी संपत्ति किराए पर देने के एक ब्रिटिश मकान मालिक के प्रतिबंध को गैरकानूनी ठहराया है। इस ब्रिटिश मकान मालिक ने यह रोक इसलिए लगाई थी, क्योंकि किराएदार करी पकाते हैं और इसकी महक फैलती है।
साउथ-ईस्ट इंग्लैंड के केंट में फर्गेस विल्सन की सैकड़ों संपत्तियां हैं। विल्सन को हालांकि नस्लभेदी तो नहीं माना गया, लेकिन मेडस्टोन काउंटी की अदालत ने इस सप्ताह उसकी इस नीति के खिलाफ आदेश दिया।
आदेश में कहा गया है कि विल्सन भारतीय या पाकिस्तानी लोगों को अपनी संपत्तियां किराए पर देने से रोकने के लिए किराया नीति लागू नहीं कर सकते हैं।
यदि आदेश का उल्लंघन किया गया और उन्हें अदालत की अवमानना करते हुए पाया, तो जेल और भारी जुर्माने की सजा दी जा सकती है। जज रिचर्ड पोल्डेन ने अपने आदेश में कहा कि यह नीति गैरकानूनी है। इस तरह की नीतियों का हमारे समाज में कोई स्थान नहीं है।