लंदन। प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने पश्चिम एशिया में व्यापक संघर्ष को खत्म करने के प्रयास के तहत मंगलवार को विश्व के कई नेताओं के साथ बातचीत की और ब्रिटेन की कैबिनेट ने इजराइल-गाजा मुद्दे पर चर्चा की।
यहां तक मीडिया में आई अपुष्ट खबरों में दावा किया गया है कि भारतीय मूल के नेता इस सप्ताह के आखिर में क्षेत्र का दौरा करने की योजना बना रहे हैं। प्रधानमंत्री और सऊदी अरब के युवराज मोहम्मद बिन सलमान के बीच फोन पर हुई बातचीत में सुनक ने संकट के शांतिपूर्ण समाधान के पहलू पर चर्चा की।
इसके बाद उनकी कतर के आमिर शेख तमिम बिन हमद अल-थानी से फोन पर बात हुई जिसमें ब्रिटेन एवं कतर के बीच सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा हुई। इस दौरान गाजा को मानवीय सहायता में मदद के लिए लोगों को सुरक्षित मार्ग उपलब्ध कराने और बंधकों की रिहाई सुनिश्चित करने के लिए तत्काल प्रयासों पर भी चर्चा की गई।
सुनक ने ट्वीट किया, ”मैंने इजराइल और गाजा में हालात पर इससे पहले युवराज मोहम्मद बिन सलमान से बात की थी। हम दोनों ने पश्चिम एशिया में पूर्व में हुए व्यापक संघर्ष के विनाशकारी परिणामों को भी स्वीकार किया।” उन्होंने कहा, ”हम ईरान के छद्म युद्ध से भड़की अस्थिरता सहित तनाव बरकरार रहने पर करीब से कार्य करेंगे।”
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कार्यालय और उनके आधिकारिक निवास ’10 डाउनिंग स्ट्रीट’ ने कहा कि सुनक ने सऊदी अरब के नेता को इस बात की पुष्टि की कि सऊदी अरब, जॉर्डन और मिस्र समेत क्षेत्रीय सहयोगियों के साथ ब्रिटेन गाजा में फलस्तीनियों के लिए मानवीय सहायता उपलब्ध कराएगा और फलस्तीनी लोगों की राज्य के दर्जे की वैध आकांक्षाओं का समर्थन करना जारी रखेगा।
सुनक ने कतर के आमिर से बातचीत के बाद ट्वीट किया, ”हम बंधकों की रिहाई और गाजा में मानवीय सहायता पहुंचाने के लिए तत्काल सुरक्षित मार्ग सुनिश्चित करने के वास्ते कतर जैसे सहयोगियों के साथ काम कर रहे हैं।”
डाउनिंग स्ट्रीट ने कहा कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ने कतर के नेता के साथ बातचीत में हमास के आतंकवादी हमले की एक बार फिर से निंदा की। उन्होंने इजराइल का समर्थन करने एवं फलस्तीनी नागरिकों एवं हिंसा के दौरान पकड़े गए ब्रिटिश नागरिकों की सुरक्षा के लिए ब्रिटेन के प्रयासों को दोहराया।
अपुष्ट खबरों के अनुसार, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री क्षेत्र की सीमा के दौरे के तहत जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज और अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन की तरह ही पश्चिम एशिया की यात्रा कर सकते हैं। अपनी यात्रा के दौरान वह जॉर्डन और मिस्र में रुक सकते हैं।