वॉशिंगटन। आपने जेम्स बॉन्ड की फिल्में तो जरुर देखी होंगी। इनमें तरह-तरह के आधुनिक गैजेट्स ने सबका ध्यान अपनी तरफ खींचा है। मगर फिल्मों में भी अब तक ऐसी कल्पना नहीं की जा सकी कि हार्ड डिस्क या पेन ड्राइव में स्टोर होने वाला डाटा आपके कपड़ों में स्टोर हो सके।
इस अकल्पनीय चीज को वैज्ञानिकों ने साकार कर दिखाया है। उन्होंने ऐसा स्मार्ट फैब्रिक विकसित करने में सफलता हासिल की है, जिसे आप फैशन एक्सेसरीज की तरह अपने ऑफिस में भी पहन सकेंगे। इसमें सबसे अहम चीज यह है कि बिना बिजली या किसी सेंसर का प्रयोग किए, इनमें गुप्त तरीके से डाटा सुरक्षित रखा जा सकेगा।
प्रवाहकीय धागे में चुंबकीय गुण-
वर्तमान में लोग प्रवाहकीय धागे और कढ़ाई वाले धागे के संयोजन से बने कपड़े पहनते हैं। वैज्ञानिकों ने विचार किया कि इन प्रवाहकीय धागों में चुंबकीय गुण भी पाया जाता है। इस कारण इनमें शब्दों या अंकों के रूप में डिजिटल डेटा या दृश्य सूचनाओं को संग्रहित किया जा सकता है और उसमें फेरबदल भी किया जा सकता है।
इस डाटा को मैग्नेटोमीटर के जरिये रीड कर सकते हैं। मैग्नेटोमीटर वैसे भी बहुत सस्ता उपकरण होता है, जो ज्यादातर स्मार्टफोन में मैग्नेटिक फील्ड की दिशा और मजबूती मापने के लिए लगा होता है।
नहीं लगेगा बिजली का झटका-
अमेरिका की यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन में एसोसिएट प्रोफेसर श्याम गोलकोटा के मुताबिक, हमारे द्वारा तैयार किया गया फैब्रिक पूर्ण रूप से बिजली से मुक्त है। यानी इसे आप आसानी से प्रेस कर सकते हैं। धोकर सुखा भी सकते हैं और आपको बिजली का झटका नहीं लगेगा।
नाममात्र की कीमत में डाटा होगा स्टोर-
श्याम के मुताबिक, हमने इसे तैयार करने के लिए ऐसी चीज का प्रयोग किया है, जो स्मार्टफोन में पहले से ही मौजूद होती है। साथ ही यह लगभग शून्य बिजली लेती है और इसी वजह से इसमें डाटा स्टोर करने की कीमत बहुत काम आती है।
ऐसे किया जा सकेगा इस्तेमाल-
शोधकर्ताओं के मुताबिक, इस फैब्रिक की संभावनाएं अनंत हैं। इसका कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। फिलहाल उन्होंने इसके प्रयोग के लिए एक उदाहरण दिया है।
शोधकर्ताओं ने एक इलेक्ट्रिक दरवाजे में एक पासकोड स्टोर किया। इसके बाद इस स्मार्ट फैब्रिक को कमीज के कफ पर सिल दिया। फिर दरवाजा खोलने के लिए केवल मैग्नेटोमीटर के आगे हाथ हिलाने की जरूरत थी और दरवाजा खुल गया। उन्होंने इस स्मार्ट फैब्रिक को सिलने के लिए पारंपरिक सिलाई मशीन का ही प्रयोग किया।
दरअसल, वे ये बताना चाहते थे कि इसका प्रयोग बहुत आसान है। इसमें किसी तार आदि का प्रयोग नहीं किया गया है। फिलहाल वैज्ञानिक इस दिशा में काम कर रहे हैं कि होटल में कार्ड की (चाबी) की जगह इसका प्रयोग किया जा सके।