ढाका। बांग्लादेश के बाढ़ प्रभावित कुरीग्राम जिला में आज स्थिति में कुछ सुधार। जिले की अधिकांश नदियों में जलस्तर कम हो रहा है। दूधकुमार नदी को छोड़कर तीस्ता, ब्रह्मपुत्र और धरला सहित सभी नदियां अब खतरे के निशान (चेतावनी स्तर) से नीचे बह रही हैं। जिले में मूसलाधार बरसात के बाद हाल यह है कि भोजन और साफ पानी का अकाल हो गया है।
लोग बाढ़ के पानी में चार-पांच दिनों से फंसे हुए हैं। मवेशियों के चारे और ईंधन की भी भारी कमी हो गई है। बाढ़ के कारण लोग स्वच्छता सुविधाओं से भी वंचित हैं। कुरीग्राम जिला राहत एवं पुनर्वास कार्यालय के अनुसार, 185 गांव बाढ़ से प्रभावित हुए हैं। अब तक 62,880 लोग नदी के कटाव और बाढ़ का शिकार हो चुके हैं। पांच शैक्षणिक संस्थान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
जिला उपायुक्त मोहम्मद सैदुल आरिफ ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों के लिए 650 मीट्रिक टन चावल और 10 लाख टका नकद आवंटित किया गया है। इनमें से 275 मीट्रिक टन चावल और नौ लाख टका पहले ही वितरित किए जा चुके हैं। इसके अलावा, बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए 361 अस्थायी और 18 स्थायी आश्रय स्थल तैयार किए गए हैं। बाढ़ पीड़ितों को बचाने के लिए चार बचाव नौका और 275 उथली नौका तैयार हैं।