वाशिंगटन। फ्लोरिडा में पिछले दिनों एक स्कूल में हुई फायरिंग में 17 लोगों के मारे जाने के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पीड़ियों से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने इस बात की वकालत की कि शिक्षकों के पास भी हथियार होना चाहिए। ट्रंप के अनुसार फ्लोरिडा स्कूल जैसे हादसों से बचने के लिए यह एक समाधान हो सकता है।
ट्रंप ने एक इवेंट में कहा, ‘यह भयानक हादसे का दौर करीब तीन मिनट तक रहा। इसके बाद पुलिस को वहां पहुंचने में 5-8 मिनट लगे। यदि उस वक्त शिक्षकों के पास हथियार होते तो वे तुरंत हमले का सामना करते और यह हादसा तुरंत खत्म हो जाता।’ इस इवेंट में स्कूल में हुए हमले के प्रत्यक्षदर्शी छात्र-छात्राओं व शिक्षकों के साथ राष्ट्रपति ट्रंप चर्चा कर रहे थे।
फ्लोरिडा के पार्कलैंड में पिछले हफ्ते स्कूल शूटिंग हमले की प्रत्यक्षदर्शी रहीं दो टीनेज लड़कियां भी इस इवेंट में मौजूद थीं। ट्रंप ने कहा, इससे यह अच्छा हो जाएगा कि आपके पास सशस्त्र लोग होंगे जो ऐसी परिस्थति में तैयार होंगे। ट्रंप ने मंगलवार को एक मेमोरेंडम पर हस्ताक्षर के बारे में बताया। उनके अनुसार इसमें अटार्नी जनरल जेफ सेशंस को निर्देश दिया जा रहा है कि सेमी ऑटोमैटिक राइफलों की कीमतों में बढ़ोतरी की जाए। उन्होंने बंदूकों की खरीद करने वाले की उम्रसीमा निश्चित करने की भी चर्चा की।
ट्रंप ने वहां मौजूद लोगों से पूछा कि शिक्षकों को सशस्त्र करने के उनके विचार से वे सब सहमत हैं या नहीं। इसपर हंटर पोलाक ने इस विचार पर सहमति जतायी। उन्होंने कहा कि यदि ऐसा होता तो शायद यह दुखद हादसा नहीं होता। पोलाक की 18 वर्षीय बहन मिडो की मौत पार्कलैंड शूटिंग हमले में हो गई। वहीं कुछ लोगों ने इसपर असहमति जतायी। हॉकले ने कहा, ‘हथियार से सशस्त्र करने से अच्छा है कि हम ऐसे हादसों को रोकने का प्रयास करें।‘