पेरिस। फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने बृहस्पतिवार को बयान जारी करके बताया कि उनके
राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज और इटली के मारियो ड्रैगी यूक्रेन के शहर कीव पहुंचे।
तीनों देशों के इस कदम को यूक्रेन को समर्थन देने के प्रति एकजुटता के रूप में दखा जा रहा है।
यूरोपीय नेता यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से बात करेंगे, क्योंकि वह अगले सप्ताह ब्रसेल्स में एक प्रमुख
यूरोपीय संघ के नेताओं के शिखर सम्मेलन और मैड्रिड में 29-30 जून को नाटो शिखर सम्मेलन की तैयारी कर रहे
हैं। फ्रांस वर्तमान में यूरोपीय संघ की अध्यक्षता करता है।
फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय ने इस बारे में अन्य जानकारी नहीं दी है। मंगलवार को यूक्रेन के पड़ोसी देश रोमानिया
और मोल्दोवा की यात्रा के दौरान मैक्रों ने कहा था कि यूरोपीय संघ के राष्ट्र अध्यक्षों और सरकार को उनकी
ब्रसेल्स बैठक में “महत्वपूर्ण निर्णय लेने” से पहले यूक्रेन को “समर्थन का संदेश” भेजा जाना चाहिए। नेताओं को
यूरोपीय संघ का सदस्य बनाने के यूक्रेन के अनुरोध पर विचार करना है।
मैक्रों ने कहा था कि, “हम एक ऐसे क्षण में हैं जहां हमें- यूरोप के लोगों, यूरोपीय संघ, यूक्रेन और यूक्रेन के लोगों
को एक स्पष्ट राजनीतिक संकेत भेजने की आवश्यकता है।” मैक्रों यूक्रेन में संघर्ष विराम के लिए कूटनीतिक प्रयासों
के लिए प्रतिबद्ध हैं, जो भविष्य में शांति वार्ता की अनुमति देगा। उन्होंने जेलेंस्की के साथ लगातार इस बारे में
चर्चा की है। फरवरी के अंत में रूस द्वारा यूक्रेन पर आक्रमण शुरू करने के बाद से मैक्रों ने रूस के राष्ट्रपति
व्लादिमीर पुतिन के साथ कई बार टेलीफोन पर बात की है।