रामल्लाह। फिलिस्तीन ने पूर्वी यरुशलम में 450 मकानों वाली नई बस्ती बनाने की इजरायली योजना को खारिज कर दिया है। उसने कहा कि योजना में उन देशों की उपेक्षा की गई है जो दो-देश समाधान का समर्थन करते हैं।
फ़िलिस्तीनी विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को एक प्रेस बयान में कहा, इज़राइल की योजना उन देशों की उपेक्षा कर रही है जो बस्तियों को स्वीकार नहीं करते हैं। उन्होंने कहा कि योजना का उद्देश्य यरुशलम में फ़िलिस्तीनी के आसपास के इलाकों, कस्बों और समुदायों को एक-दूसरे से अलग करना है।
इससे पहले मंगलवार को इज़राइली अखबार हारेत्ज़ ने बताया कि इज़राइल पूर्वी यरुशलम में यहूदियों के लिए 450 आवास इकाइयां बनाने की योजना को आगे बढ़ा रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, पूर्वी येरुशलम में उम्म लिसान और जबल मुक्कबेर के फिलिस्तीनी गांवों के बीच एक नई यहूदी बस्ती की योजना एक दक्षिणपंथी कार्यकर्ता द्वारा संचालित एक रियल एस्टेट कंपनी द्वारा चलाई जा रही है।
मंत्रालय ने एक प्रेस बयान में कहा, इजरायली सरकार फिलिस्तीनी भूमि की कीमत पर अपने हितों के विस्तारवादी मानचित्र को लागू करने और यरुशलम पर कब्जे मजबूत करने में की ओर तेजी से बढ़ रही है।
इसमें कहा गया है, इन योजनाओं का उद्देश्य पूर्वी यरुशलम पर इजरायली कानून लागू करना और इसे फिलिस्तीनी परिवेश से अलग करना भी है।
फ़िलिस्तीनियों की मांग है कि 1967 में इज़रायल द्वारा कब्ज़ा किए गए सभी फ़िलिस्तीनी क्षेत्रों पर इज़रायल के साथ एक स्वतंत्र राज्य की स्थापना की जाए, जिसमें वेस्ट बैंक और गाजा पट्टी भी शामिल है, जिसकी राजधानी पूर्वी यरुशलम हो।