एजेन्सी
इस्लामाबाद। पाकिस्तान में, उसके कब्जे वाले कश्मीर और अन्य हिस्सों में बर्फ से
संबंधित दुर्घटनाओं और हिमस्खलन की वजह से मरने वालों की संख्या बुधवार को 93 पहुंच गई। 'डॉन’ की खबर
के मुताबिक, नीलम घाटी हिमस्खलन से सबसे ज्यादा प्रभावित हुई है। यहां कई घरों को नुकसान पहुंचा है और
66 लोगों की मौत हो गई है। नीलम घाटी के उपायुक्त रज़ा महमूद शाहिद को यह कहते हुए खबर में उद्धृत
किया गया है कि कम से कम 84 मकान और 17 दुकानें पूरी तरह नष्ट हो गईं। वहीं 94 घर और एक मस्जिद
को आंशिक रूप से क्षति पहुंची है। बलूचिस्तान में 20 लोगों की मौत हो गई है। इसके अलावा सियालकोट और
पंजाब के अन्य जिलों में पिछले कुछ दिनों में कम से कम सात लोगों की मौत हुई है। बारिश संबंधित घटनाओं की
वजह से खैबर पख्तूनख्वा, पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर और बलूचिस्तान में मुख्य राजमार्ग बंद हैं।
अधिकारियों ने बताया कि मरने वालों की संख्या और भी बढ़ सकती है क्योंकि घाटी के कुछ हिस्सों में भारी
बर्फबारी की वजह से अभी तक पहुंच पाना संभव नहीं है। शुक्रवार से और बर्फबारी की संभावना है। स्थिति पर
चिंता जाहिर करते हुए पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वह तत्काल
प्रभावित लोगों को मानवीय सहायता पहुंचाएं। पाकिस्तान के सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा ने लोगों की मौत पर
शोक व्यक्त किया। बलूचिस्तान के विभिन्न हिस्सों में भीषण बर्फीले तूफान से सोमवार को खराब मौसम में
महिलाओं और बच्चों समेत सैकड़ों यात्री फंस गए थे। राहत, आपदा और सिविल रक्षा मंत्री सैयद शाहिद मोहिद्दीन
कादरी ने डॉन अखबार को बताया कि ऊंचे इलाकों में भारी बर्फबारी और बारिश से कई सड़कें अवरुद्ध हो गईं।खबर
में बताया गया है कि मूसलाधार बारिश से सियालकोट, गुजरात और पंजाब के कुछ अन्य शहरों के निचले इलाकों
में बाढ़ आ गई।