इस्लामाबाद। पाकिस्तान ने बिना किसी उकसावे के नियंत्रण रेखा पर कथित संघर्षविराम उल्लंघन के विरोध में मंगलवार को भारत के कार्यवाहक उप उच्चायुक्त को तलब किया। घटना में पाकिस्तान के एक आम नागरिक की मौत हो गयी। विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि महानिदेशक (दक्षिण एशिया एवं दक्षेस) और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने भारतीय राजनयिक को तलब किया और 10 सितंबर को नियंत्रण रेखा के पास भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा बिना किसी उकसावे के संघर्षविराम उल्लंघन की निंदा की ।
बयान में कहा गया कि एलओसी के पास खंजर सेक्टर में गोलीबारी के कारण सोमवार को एक व्यक्ति की मौत हो गयी। विदेश कार्यालय ने आरोप लगाया कि भारतीय सुरक्षा बलों ने नियंत्रण रेखा और सीमा पर 2050 से ज्यादा बार संघर्षविराम का उल्लंघन किया जिससे 33 बेकसूर लोगों की मौत हो गयी जबकि 122 अन्य घायल हो गए। बयान में आरोप लगाया गया, ‘‘भारत द्वारा संघर्षविराम उल्लंघन की घटनाओं में अप्रत्याशित बढ़ोतरी 2017 से ही जारी है ।
उस वक्त भारतीय सुरक्षा बलों ने 1970 बार उल्लंघन किया।’’बयान में कहा गया कि जान-बूझकर आम लोगों वाले इलाके को निशाना बनाया जाना निंदनीय है और यह मानवीय गरिमा तथा अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार एवं मानवीय कानून के खिलाफ है। भारत द्वारा संघर्षविराम का उल्लंघन क्षेत्रीय शांति और सुरक्षा को खतरा है।