मास्को। परमाणु हथियारों को खत्म करने के अंतरराष्ट्रीय अभियान (आईसीएएन) ने घोषणा
करते हुए कहा है कि 50 देशों ने परमाणु हथियार निषेध कानून पर संधि करने की पुष्टि है जिसके बाद यह कानून
अगले वर्ष जनवरी में लागू किया जाएगा।
आईसीएएन ने ट्वीट कर कहा, “परमाणु हथियारों के निषेध पर संयुक्त राष्ट्र संधि को 50 देशों ने समर्थन दे दिया
है जिसके बाद 22 जनवरी 2021 को परमाणु हथियारों पर प्रतिबंध लागू होगा।” आईसीएएन के अनुसार इस संधि
पर हस्ताक्षर करने वाला होंडुरास 50वां देश है।
संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने इस घोषणा का स्वागत भी किया हैं।
प्रवक्ता ने कहा, “परमाणु हथियारों के निषेध पर संधि दरअसल परमाणु हथियारों के किसी भी उपयोग से होने वाले
भयावह मानवीय परिणामों को लेकर ध्यान आकर्षित करने के लिए दुनिया भर में चलाये जा रहे आंदोलन की एक
परिणति है।
यह परमाणु हथियारों के संपूर्ण उन्मूलन के लिए एक सार्थक प्रतिबद्धता का प्रतिनिधित्व करता है, जोकि संयुक्त
राष्ट्र की भी सर्वोच्च प्राथमिकता है।” उन्होंने कहा कि महासचिव गुटेरेस संधि द्वारा उन्हें सौंपे गए कार्यों को पूरा
करने के लिए तत्पर हैं।
इससे पहले पिछले सप्ताह अमेरिका मीडिया में यह सामने आया था कि अमेरिका में अधिकारियों ने उन देशों को
एक पत्र भेज कर उन देशों से अपना समर्थन वापस लेने का आग्रह भी किया था जिन्होंने टीपीएनडब्ल्यू की पुष्टि
की थी।
पत्र में अमेरिकी अधिकारियों ने कहा कि उनकी स्थिति रूस, चीन, ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा समर्थित है, साथ ही
वह साथ नाटो के सदस्य राष्ट्र भी हैं। गौरतलब है कि टीपीएनडब्ल्यू परमाणु हथियारों के विकास, परीक्षण,
उत्पादन, भंडारण, उपयोग, स्थानांतरण और खतरे पर रोक लगाने के लिए एक संधि है जिसे जुलाई 2017 में
संयुक्त राष्ट्र द्वारा पारित किया गया था।