काठमांडू। प्रधानमंत्री निवास में बुधवार सुबह हुई सत्तारूढ़ गठबंधन दलों की बैठक में संसद के गतिरोध को खत्म करने के लिए विपक्षी दल नेपाल कम्युनिस्ट पार्टी (एकीकृत मार्क्सवादी लेनिनवादी) अर्थात नेकपा एमाले से संवाद करने का फैसला लिया गया। एक क्विंटल सोने की तस्करी मामले में पिछले एक महीने से संसद में गतिरोध चल रहा है।
बैठक की जानकारी देते हुए प्रधानमंत्री प्रचंड के प्रेस सलाहकार गोविंद आचार्य ने बताया कि संसद अवरोध होने से कई महत्वपूर्ण विधेयक पारित नहीं हो पा रहे हैं। इसलिए विपक्षी दल के नेताओं से अलग-अलग और सामूहिक रूप से भी बातचीत कर इस गतिरोध को जल्द से जल्द खत्म करने के लिए आज से ही प्रयास किया जाएगा। आज सुबह हुई बैठक में भी यह कहा गया है कि जांच समिति पर सुनवाई के अलावा अन्य मुद्दों पर ही विपक्षी से बातचीत की जाएगी।
सोने की तस्करी के मामले में विपक्षी दल के नेता केपी शर्मा ओली ने गृहमंत्री के इस्तीफे की मांग करते हुए इस मामले की जांच के लिए एक उच्च स्तरीय जांच समिति या संसदीय जांच समिति बनाने की मांग से पीछे न हटने की बात कही है, लेकिन सत्तारूढ़ गठबन्धन ने संसदीय जांच या उच्च स्तरीय जांच समिति बनाने के मांग को सिरे से खारिज कर दिया है।
इससे पहले मंगलवार को हुई सत्तारूढ़ गठबंधन में सोने की तस्करी मामले की जांच को केन्द्रीय अनुसंधान ब्यूरो से ही निरन्तरता देने पर सहमति बनी थी। दो दिन पहले ही विपक्षी दल के नेता तथा पूर्व प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने पत्रकार सम्मेलन करते हुए गृह मंत्री नारायणकाजी के इस्तीफे और जांच समिति गठन की मांग से पीछे नहीं हटने की बात स्पष्ट कर दी थी।