काठमांडू। नेपाल में गुरुवार को राष्ट्रपति पद पर निर्वाचन की प्रक्रिया संपन्न होने के बाद अब उप राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी शुरू हो गई है। इस बीच राष्ट्रपति पद पर पुरुष निर्वाचित होने के बाद अब उप राष्ट्रपति पद पर केवल महिलाओं की ही उम्मीदवारी पर जोर दिया जा रहा है। 17 मार्च को होने वाले उप राष्ट्रपति चुनाव में पुरुष उम्मीदवारों का नामांकन नहीं होगा।
आज शुक्रवार को चुनाव आयोग ने एक बयान जारी कर चुनाव अधिकारी को निर्देश दिया कि चूंकि एक पुरुष को राष्ट्रपति चुना गया है, इसलिए 11 मार्च को होने वाले उप राष्ट्रपति पद के नामांकन के दौरान किसी भी पुरुष उम्मीदवार को नामित नहीं किया जाना चाहिए। बताया जाता है कि आयोग की आज शुक्रवार को हुई बैठक में चुनाव अधिकारी को निर्देश दिया गया है कि वह उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए उम्मीदवारों के नामांकन पत्रों को इस तरह से पंजीकृत करें, जो नवनिर्वाचित अध्यक्ष के लिंग व समुदाय से अलग हो । रामचंद्र पौडेल को राष्ट्रपति चुना गया है।
चुनाव आयोग के ताजा फैसले के मुताबिक 45 साल की उम्र पूरी कर चुकी महिलाओं और खस आर्य (समुदाय) के अलावा अन्य लोगों को ही उपराष्ट्रपति पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल करने की अनुमति होगी। चुनाव आयोग ने नेपाल के संविधान में भी उल्लेख किया है कि राष्ट्रपति व उपराष्ट्रपति का चुनाव इस तरह से किया जाना चाहिए कि अलग-अलग लिंग या समुदायों का प्रतिनिधित्व हो।
आयोग के ताजा बयान के बाद सत्तारूढ़ गठबंधन से जनता समाजवादी पार्टी के रामसहाय यादव की उम्मीदवारी दर्ज करने की तैयारी बंद कर दी गई है। इससे पहले पार्टी ने यादव को उप-राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाने का फैसला किया था। अब देखना यह है कि सत्तारूढ़ गठबंधन उप-राष्ट्रपति पद के लिए अब किसे नामित करेगा। फिलहाल सत्तारूढ़ गठबंधन के छोटे दल उप-राष्ट्रपति पद के लिए दावेदारी कर रहे हैं।