पेरिस। फ्रांस ने नाइजर में सैन्य द्वारा किए तख्तापलट के कारण 350 से अधिक फ्रांसीसी नागरिकों को को अब तक वहां निकाला है।
यह जानकारी फ्रांस के यूरोप एवं विदेश मामलों के मंत्रालय ने बुधवार को दी। मंत्रालय ने बताया कि नाइजर के नियामी से दो उड़ानें पहले ही रवाना हो चुकी हैं, जिनमें फ्रांसीसी नागरिकों के साथ-साथ यूरोपीय संघ के अन्य देशों के नागरिक भी सवार हैं। मंत्रालय ने कहा कि निकासी उड़ानों में 510 से अधिक लोग सवार हैं। निकासी अभियान के तहत तीसरी उड़ान भी निर्धारित है। मंत्रालय के अनुसार फ्रांस के नाइजर में लगभग 1,200 पंजीकृत नागरिक रहते हैं। इनमें से लगभग 600 नागरिकों ने निकाले जाने की इच्छा व्यक्त की है।
फ्रांस के बीएफएमटीवी से बात करते हुए फ्रांस की विदेश मंत्री कैथरीन कोलोना ने मंगलवार को पुष्टि की कि फ्रांस नाइजर में सैन्य हस्तक्षेप नहीं करेगा।
उल्लेखनीय है कि पिछले बुधवार को नाइजर के रक्षा एवं सुरक्षा बलों ने कहा कि देश में सैनिकों ने कथित तौर पर बंधक बनाए जाने के कुछ ही घंटों बाद राष्ट्रपति मोहम्मद बज़ौम को सत्ता से बेदखल कर दिया। इसके दो दिन बाद नाइजर के राष्ट्रपति गार्ड के पूर्व नेता जनरल अब्दौराहमाने त्चियानी को ‘होमलैंड की सुरक्षा के लिए राष्ट्रीय परिषद का अध्यक्ष’ नामित किया गया। बाद में उन्होंने संविधान को निलंबित करने और सरकार को भंग करने के आदेश पर हस्ताक्षर किए, जिससे परिषद को सभी विधायी और कार्यकारी प्राधिकरणों का प्रयोग करने का अधिकार मिल गया। श्री बज़ौम ने 2021 में चुनाव जीतने के बाद पदभार ग्रहण किया। साल 1960 में फ्रांस से स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद से नाइजर में चार तख्तापलट हो चुका है।