काहिरा। सूडान की सेना और एक अर्द्धसैनिक बल के बीच जारी संघर्ष के बीच युद्धग्रस्त दारफुर क्षेत्र में दोनों सशस्त्र बलों ने बृहस्पतिवार को एक दूसरे पर हमले किए और दुकानों एवं घरों में लूटपाट की। दारफुर निवासियों ने यह जानकारी दी।
सूडान के दो शीर्ष जनरल के बीच हुए एक नाजुक संघर्षविराम समझौते के बावजूद यह हिंसा हुई। सत्ता को लेकर इन जनरल के संघर्ष के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हो गई है।
जेनेना के दारफुर शहर में तबाही इस बात का इशारा करती है कि देश की राजधानी खार्तूम पर नियंत्रण को लेकर प्रतिद्वंद्वी जनरलों के संघर्ष के कारण कैसे सूडान के अन्य हिस्सों में भी हिंसा हो रही है।
दोनों प्रतिद्वंद्वी पक्षों ने बृहस्पतिवार देर रात 72 घंटे के संघर्ष विराम को स्वीकार किया। हालांकि अमेरिका और सऊदी अरब की मदद से हुए इस समझौते के बावजूद हिंसा नहीं रुकी, इसने हजारों सूडानी नागरिकों को सुरक्षित स्थानों पर जाने और अन्य देशों को भूमि और जलमार्ग के जरिए अपने नागरिगों को स्वदेश लाने का पर्याप्त समय दे दिया।
इस बीच स्थानीय निवासियों ने कहा कि हिंसा राजधानी में भी नहीं रुकी है और दारफुर में तो स्थिति और बदतर हो गई है।