काबुल। तालिबान ने बुधवार को अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी की शांति वार्ता से
पहले 1,500 तालिबानी कैदियों को रिहा करने का प्रस्ताव रिपीट प्रस्ताव ठुकराते हुए कहा कि वह चाहता है कि
बातचीत से पहले सभी 5,000 तालिबान कैदियों को रिहा किया जाए। तालिबान के राजनीतिक प्रवक्ता सुहैल
शाहीन ने ‘एएफपी’ से कहा कि अंतर-अफगानिस्तान वार्ता से पहले भरोसा कायम करने की कवायद के तौर पर
कैदियों को रिहा किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि इसमें किसी भी तरह का फेरबदल पिछले महीने दोहा में
वाशिंगटन और तालिबान के बीच हुए समझौते का उल्लंघन माना जाएगा। काबुल ने इस समझौते पर हस्ताक्षर नहीं
किए हैं और अफगानिस्तान अधिकारियों के 5,000 तालिबानी कैदियों को छोड़े जाने की बात पर राष्ट्रपति गनी ने
काफी विरोध जताया था। शाहीन ने यह घोषणा गनी के उस आदेश के कुछ घंटे बाद की है, जिसमें उसने कहा था
कि तालिबान के हिंसा में कटौती करने पर वह शनिवार से 1,500 तालिबान कैदियों को रिहा करेंगे। प्रवक्ता सदीक
सिद्दीकी ने ट्वीट किया था कि वार्ता शुरू होने के बाद 3,500 अन्य कैदियों को रिहा किया जाएगा।