कोपनहेगन। डेनमार्क की राजधानी में “वेस्ट-टू-एनर्जी” प्लांट लगभग बनकर तैयार हो गया है। “कोपनहिल” नामक इस पावर प्लांट की खासियत है कि यह शहर को बिजली आपूर्ति, गरम पानी और रिसाइकिल किए गए उत्पाद मुहैया करवा सकेगा।
इस प्लांट में हर साल चार लाख टन कचरा प्रोसेस किया जाएगा जिससे 65,200 घरों को बिजली आपूर्ति और 1.60 लाख घरों को गरम पानी की सुविधा मिलेगी। जार्क इंगेल्स गु्रप ने छह साल पहले ऐसे पावर प्लांट के निर्माण की योजना बनाई थी। जिसके बाद अब इसकी कुछ तस्वीरें सामने आई हैं।
अगले साल से यह काम करना शुरू कर देगा। यह अमगर रिसोर्स सेंटर की जगह ले लेगा और उसकी तुलना में 25 फीसदी अधिक ऊर्जा का उत्पादन करेगा।
ये हैं खासियत
– इससे पैदा होने वाली एक लाख टन राख को सड़क निर्माण में उपयोग किया जाएगा।
– दुनिया की सबसे ऊंची चढ़ाई की दीवार भी। यह 86 मीटर ऊंची और 10 मीटर चौड़ी होगी।
– 600 मीटर लंबा स्की स्लोप भी मौजूद। सालभर स्नोबोर्डिंग के लिए खुला रहेगा।
– छत पर 30 पेड़ लगेंगे। कैफे की सुविधा भी