संयोग गुप्ता
वाशिंगटन। ट्रंप प्रशासन प्रत्येक नर्सिंग होम को एक त्वरित कोविड-19 जांच मशीन देने की
योजना बना रहा है लेकिन उसमें यह शर्त लागू होगी कि सरकार स्टाफ और रेजिडेंट्स की जांच के लिए शुरुआती
कुछेक बार जांच किट उपलब्ध कराने के बाद ये किट उपलब्ध नहीं कराएगी। पिछले महीने जब व्हाइट हाउस में
इस योजना की घोषणा की गई थी तब यह महत्त्वपूर्ण बदलाव लग रहा था लेकिन अब इसे लेकर चिंता उत्पन्न हो
गई है कि यह नर्सिंग होमों के लिए किया गया एक और आधा-अधूरा वादा साबित न हो जाए। कुछ अनुमान के
मुताबिक नर्सिंग होम के स्टाफ और रेजिडेंट अमेरिकी आबादी का छोटा सा हिस्सा हैं लेकिन कोरोना वायरस से होने
वाली 10 में से चार मौतें यहीं हो रही हैं। गैर लाभकारी नर्सिंग होम और वृद्ध देखभाल केंद्रों का प्रतिनिधित्व करने
वाले राष्ट्रीय समूह की शाखा, टेक्सास के ‘लीडिंग एज’ के अध्यक्ष, जॉर्ज लिनियल ने कहा, “मेरे विचार में सबसे
बड़ा भय यह है कि उपकरण मुहैया तो कराए जाएंगे लेकिन अगर आपके पास जांच किट नहीं होगी तो इसका कोई
फायदा नहीं होगा।” राष्ट्रीय संगठन के अनुमान के मुताबिक कर्मचारियों की हर सप्ताह जांच करने में 19,000
डॉलर (1,42,000 रूपये) से 38,000 डॉलर (2,85,000 रूपये) से अधिक का खर्च आ सकता है। स्वास्थ्य एवं
मानव सेवा विभाग के “टेस्टिंग जार” के एडमिरल ब्रेट गिरिओइर ने हाल में संवाददाताओं को बताया था कि सरकार
केवल इतनी जांच किट उपलब्ध कराएगी कि रेजिडेंट्स की एक बार और स्टाफ की दो बार जांच हो सके। लेकिन
गिरोइर ने बताया कि अधिकारियों ने निर्माताओं के साथ प्रबंध किए हैं ताकि नर्सिंग होम खुद के लिए जांच किट
ऑर्डर कर सकें और वह भी बहुत कम कीमत पर।