संयोग गुप्ता
वाशिंगटन। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की पूर्व राजदूत भारतीय मूल की अमेरिकी नेता निक्की
हेली ने घातक कोरोना वायरस से निपटने के चीन के तरीके की आलोचना की है। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप
ने भी इस विषय पर चीन की आलोचना की थी। राष्ट्रीय एवं स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों तथा रोग नियंत्रण एवं
बचाव केंद्र के मुताबिक अमेरिका में कोरोना वायरस से अब तक कम से कम 8,736 लोग संक्रमित हैं और 149
लोगों की मौत हो चुकी है। सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में न्यूयॉर्क (2,900 मामले) और वाशिंगटन (1,187
मामले) शामिल हैं। हेली ने ट्वीट किया, “चीन अब यह दिखाने का प्रयास कर रहा है कि संकट से किस तरह से
निपटा जाता है और वह उसका सटीक उदाहरण है जबकि सच्चाई यह है कि उसके शुरुआती कदमों के कारण ही
वायरस दुनिया भर में फैल गया।” हेली ने अपनी इस टिप्पणी के लिए एक अध्ययन का संदर्भ दिया कि अगर
चीनी प्राधिकारियों ने जो कार्रवाई की, वह उन्होंने तीन हफ्ते पहले की होती तो कोरोना वायरस के मामले 95
प्रतिशत तक कम हो सकते थे और उसका वैश्विक प्रसार सीमित हो जाता। व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद
ने आरोप लगाया कि चाइनीज कम्युनिस्ट पार्टी ने वायरस की शुरुआती खबरों को दबाया और पत्रकारों एवं
चिकित्सकों को सजा दी जिसकी वजह से चीनी एवं अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञ वैश्विक महामारी को रोकने से चूक गए।
हेली के इस ट्वीट से कुछ घंटों पहले ट्रंप ने कहा था कि चीन ने वायरस के बारे में अंतरराष्ट्रीय समुदाय को समय
रहते नहीं बताया। कोरोना वायरस को लेकर पिछले कुछ दिनों से अमेरिका और चीन में वाक युद्ध चल रहा है।