ट्यूनिस। ट्यूनीशिया में नौसेना के एक कर्मी ने जेरबा द्वीप पर एक यहूदी उपासना गृह के पास मंगलवार को गोलीबारी की, जिससे एक नौसैना कर्मी समेत तीन लोगों की मौत हो गई और 10 लोग घायल हो गए। इसके बाद सुरक्षाकर्मियों की कार्रवाई में हमलावर भी मारा गया। ट्यूनीशिया के गृह मंत्रालय ने यह जानकारी दी। अभी इस बात की जांच की जा रही है कि इस हमले का मकसद क्या था। जेरबा में बड़ी संख्या में यहूदी रहते हैं।
मंत्रालय ने बताया कि हमले में मारे गए दो आम नागरिकों में से एक फ्रांस और एक ट्यूनीशिया का रहने वाला था। अभी यह स्पष्ट नहीं हुआ है कि क्या वे 2,500 साल पुराने घ्रीबा उपासना गृह में आयोजित धार्मिक कार्यक्रम में शामिल होने आये थे। घ्रीबा अफ्रीका के सबसे पुराने यहूदी उपासना गृहों में से एक है।
मंत्रालय ने बताया कि जेरबा के बंदरगाह शहर अघीर में ‘नेशनल गार्ड’ नौसेन्य केंद्र में कार्यरत हमलावर ने अपने सर्विस हथियार से पहले अपने एक सहकर्मी की हत्या की और इसके बाद वह हथियार लेकर घ्रीबा उपासना गृह की ओर बढ़ा और उसने वहां तैनात सुरक्षा इकाइयों पर गोलीबारी की। उसने बताया कि सुरक्षा इकाइयों की जवाबी कार्रवाई में हमलावर की मौत हो गई। यह हमला वार्षिक तीर्थयात्रा के दौरान हुआ है। इस दौरान दुनिया भर से हजारों श्रद्धालु जेरबा आते हैं।