लंदन। अमेरिका ने भारतीय मूल के आईएस आतंकी जिहादी जॉन को ग्लोबल टेररिस्ट घोषित किया है। मंगलवार को अमेरिकी स्टेट डिपार्टमेंट ने उसे उसके साथी आतंकी अब्देलतीफ गैनी के साथ ग्लोबल टेररिस्ट करार दिया है। इसकी पुष्टि करते हुए विभाग के प्रवक्ता ने एक बयान में कहा है कि विभाग ने दो आईएस आतंकियों सिद्धार्थ धर और गैनी को ग्लोबल टेररिस्ट करार दिया है।
इस सूची में शामिल होने के बाद अब अमेरिकी सरकार को अपने देश में सिद्धार्थ धर पर प्रतिबंध लगाने और उसकी संपत्तियों को फ्रीज करने का अधिकार होगा।
जाने कौन है सिद्धार्थ धर
जिहादी जॉन भारतीय मूल का ब्रिटिश नागरिक सिद्धार्थ धर है। 10 साल पहले हिंदू से मुसलमान बना धर अब अबु रुमायसाह के नाम से जाना जाता है। 2014 में पत्नी और चार बच्चों के साथ वह सीरिया भाग गया था। मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि 32 साल का धर पूर्वी लंदन में रहता था। धर्म परिवर्तन कर वह कट्टरपंथी संगठन अल मुहाजिरून से जुड़ गया। 2014 में उसे गिरफ्तार भी किया गया था। जमानत मिलने के बाद वह अपनी बीवी और बच्चों के साथ पेरिस चला गया। पेरिस से वह आईएस में शामिल होने के लिए सीरिया पहुंच गया।
ऐसे बना जिहादी जॉन
सिद्धार्थ एक बेरहम हत्यारा है जिसे बर्बरता से किसी का सिर कलम करने में जरा देर नहीं लगती। आतंकी वारदातों के प्रति अपने समर्पण भाव के चलते उसे मुहम्मद एमवाजी की जगह मिल गई जिसे जिहादी जॉन के नाम से जाना जाता था। एमवाजी की जब अमेरिकी ड्रोन हमले में मौत हो गई तब आईएस में विदेशी नागरिकों के सिर कलम करने का जिम्मा सिद्धार्थ धर को सौंपा गया।