टोक्यो। जापान में सरकार ने 70 साल की उम्र के बाद पेंशन लेने के विकल्प को चुनने की अनुमति कामगारों को दे दी है। इसका मतलब यह हुआ कि लोग 70 साल की उम्र तक नियमित सेवा में रह सकते हैं और उसके बाद अवकाश ग्रहण करके पेंशन प्राप्त कर सकते हैं।
जापान सरकार ने यह फैसला देश में कामगारों की भारी कमी को देखते हुए लिया है। सरकार ने कहा कि वह अवकाश प्राप्ति की उम्र को भी 60 से 65 साल करने पर गंभीरता से विचार कर रही है। इसके लिए कानूनी बदलावों पर विचार किया जा रहा है।
यह देश के सभी 34 लाख कर्मचारियों पर लागू होगा। रिटायरमेंट की उम्र बढ़ने के बावजूद कर्मचारी के पास 70 साल की उम्र तक काम करने का विकल्प बना रहेगा। फिलहाल यह विकल्प 60 साल की उम्र में रिटायर होने वाले कर्मचारियों के लिए लागू हो गया है।
उल्लेखनीय है कि जापान में लोग सबसे लंबी आयु तक जीते हैं, जबकि वहां पर जन्म दर तेजी से घट रही है। इसके चलते जापान में बुजुर्गों की संख्या बढ़ रही है, जबकि युवा कम हो रहे हैं। पिछले वर्ष जन्म दर घटकर एक सौ साल में सबसे कम पर आ गई। चार दशकों में देश की आबादी 12.70 करोड़ से घटकर 8.8 करोड़ हो गई है।
इसके चलते जापान में कामगारों की संख्या में तेजी से गिरावट आ रही है। इसका असर देश की विकास गति और आर्थिक स्थिति पर पड़ सकता है। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष ने इसकी आशंका जताई है। वैसे बुजुर्गों की बढ़ती आबादी और युवाओं की घटती संख्या से जर्मनी, इटली, चीन और दक्षिण कोरिया जैसे विकसित देश भी जूझ रहे हैं।
जापान में प्रधानमंत्री शिंजो एबी ऐसी योजनाएं लेकर आए हैं, जिससे बुजुर्ग लोग भी कार्य कर सकें और खुद को सक्रिय रख सकें। इसके लिए कार्य के तरीके को बदला गया है। इसके लिए निजी कंपनियों की रिटायरमेंट की उम्र और उनके काम के तरीके में बदलाव लाया गया है।