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टोक्यो। जापान ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के कारण विदेशियों के लिए देश में
प्रवेश को लेकर लगाए गए प्रतिबंधों में गुरुवार को रियायत देने की घोषणा की और कहा कि यह छूट कम से कम
तीन माह के लिए आने वाले लोगों पर ही लागू होगी।
सरकार ने कहा कि विदेशी चिकित्स्कों, शिक्षकों और अन्य ऐसे लोग जो कम से कम तीन महीने के लिए देश में
रुकेंगे केवल उन्हें ही देश में प्रवेश की अनुमति दी जायेगी। साथ ही, उन लोगों को भी देश में आने की अनुमति
होगी जो व्यावसायिक उद्देश्यों से देश में तीन महीने से कम समय के लिए भी यात्रा करेंगे।
इसके अलावा उन लोगों को भी प्रवेश की अनुमति होगी जिन्हें कोई न कोई संस्था या प्रायोजक बुलायें। इस तरह
के लोगों को आवश्यक रूप से कोरोना की जांच करवानी होगी। उन्हें 14 दिन तक आइसोलेशन में रहना होगा और
तब तक वे सार्वजनिक वाहनों का प्रयोग नहीं कर सकेंगे।
सरकार ने कहा,“ प्रतिदिन एक हजार विदेशी नागरिक देश में प्रवेश कर सकेंगे और मुख्य रूप से वही लोग प्रवेश
कर सकेंगे जो तीन महीने या उससे अधिक के लिए देश में रुकना चाहते हैं। कुछ महीनों में इस अवधि की सीमा
में बदलाव लाया जा सकेगा।”
जापान के नए प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने कोरोना वायरस रोकथाम को लेकर हाल ही में हुई एक बैठक में कहा
था, "अर्थव्यस्था को पटरी पर लाने के लिए अंतरराष्ट्रीय यात्रा को शुरू करना बहुत जरुरी हैं।"
वित्त मंत्री यसुतोषी निशिमुरा ने कहा, "हम प्रत्येक देश में कोरोना वायरस की स्थिति और यात्रा की आवश्यकता को
देखते हुए प्रवेश प्रतिबंधों में ढील देना शुरू करेंगे। वर्तमान में 159 देशों और क्षेत्रों के लोगों देश में प्रवेश करने पर
रोक है लेकिन जापान लगातार अपने प्रवेश प्रतिबंधों को कम कर रहा है।"