नई दिल्ली। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया की अपनी यात्रा के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम, वैश्विक आर्थिक सुधार, द्विपक्षीय संबंधों तथा ब्रिक्स सहित बहु पक्षीय संस्थाओं के कामकाज के बारे में चर्चा की और भारत का पक्ष रखा।
विदेश मंत्रालय ने बुधवार को यह जानकारी दी।मंत्रालय के अनुसार, इस यात्रा से दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया के साथ उच्च स्तरीय संवाद का अवसर प्राप्त हुआ। साथ ही इन देशों के साथ पहले से मजबूत दोस्ताना संबंधों को प्रगाढ़ बनाने पर चर्चा करने का मौका मिला।जयशंकर ने 1-6 जून तक दक्षिण अफ्रीका और नामीबिया की यात्रा की थी। दक्षिण अफ्रीका की यात्रा के दौरान केप टाउन में जयशंकर ने ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक और फ्रेंड्स ऑफ ब्रिक्स विदेश मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लिया था।विदेश मंत्रालय के बयान के अनुसार, विदेश मंत्री जयशंकर ने दक्षिण अफ्रीका में ब्रिक्स की बैठक के दौरान क्षेत्रीय और वैश्विक घटनाक्रम, वैश्विक आर्थिक सुधार, तथा ब्रिक्स सहित बहु पक्षीय संस्थाओं के कामकाज के बारे में चर्चा की और भारत का पक्ष रखा। बैठक की समाप्ति पर एक जून को ब्रिक्स समूह के विदेश मंत्रियों का संयुक्त बयान जारी किया गया ।ज्ञात हो कि ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं।बयान के अनुसार, जयशंकर ने दक्षिण अफ्रीका की विदेश मंत्री नालेदी पैंडोर और बैठक में हिस्सा लेने वाले ब्रिक्स समूह के कुछ अन्य विदेश मंत्रियों के साथ अलग अलग बातचीत की। उन्होंने (जयशंकर) ब्रिक्स के अन्य मंत्रियों के साथ दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति से भी भेंट की।विदेश मंत्रालय ने बताया कि केप टाउन में विदेश मंत्री ने भारतीय समुदाय के लोगों के साथ संवाद किया जहां उन्होंने लोगों को दक्षिण अफ्रीका के साथ 30 वर्षो के राजनयिक संबंधों और ब्रिक्स की 15 वर्षो की यात्रा तथा वर्तमान सरकार के नौ वर्षो की उपलब्धियों के बारे में जानकारी दी।बयान के अनुसार, विदेश मंत्री जयशंकर ने 4-6 जून तक नामीबिया की यात्रा की जो विदेश मंत्री के रूप में उनकी नामीबिया की पहली यात्रा थी। इस दौरान उन्होंने (जयशंकर) राष्ट्रपति हेज गिनगॉब से भेंट की तथा उप प्रधानमंत्री/विदेश मंत्री नेतुम्बो नांदी दैतवाह के साथ संयुक्त आयोग के उद्घाटन सत्र की सह अध्यक्षता की।इसमें कहा गया है कि विदेश मंत्री ने भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित किया और भारतीय हीरा कारोबारी समुदाय के साथ बैठक की। विदेश मंत्री ने उप प्रधानमंत्री की मौजूदगी में विंडहोक में सूचना प्रौद्योगिकी में भारत नामीबिया उत्कृष्ठता केंद्र का औपचारिक उद्घाटन भी किया।