बीजिंग। चीन ने अपनी सैन्य शक्ति को और चुस्त-दुरुस्त करने के लिए मिसाइल डिफेंस सिस्टम के सफल परीक्षण का दावा किया है। चीन का कहना है कि उसने मिड-कोर्स एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम का सफल परीक्षण किया है। साथ ही यह भी कहा है कि परीक्षण का उद्देश किसी को निशाना बनाना नहीं था।
रक्षा मंत्रालय ने अपनी वेबसाइट पर दिए गए एक बयान में कहा है कि सोमवार को किया गया यह परीक्षण पहले से निर्धारित था। हालांकि परीक्षण किए गए हथियार के बारे में अधिक विवरण नहीं दिया गया है। चीन अपने स्टैंडबाई एचक्यू-9 एंटी मिसाइल डिफेंस सिस्टम के विकास पर काम नहीं कर रहा है।
वायुमंडल में प्रवेश से पहले ही मिसाइल को कर सकता है नष्ट-
वायुमंडल में प्रवेश से पहले ही बैलिस्टिक मिसाइल को नष्ट करने के लिए मिड कोर्स इंटरसेप्टर का इस्तेमाल किया जाता है। रक्षा मंत्रालय ने कहा कि परीक्षण सुरक्षित था और इसमें किसी भी देश को निशाना नहीं बनाया गया।
उत्तर कोरिया का करीबी आर्थिक व राजनयिक साझेदार होते हुए भी चीन ने उसके परमाणु कार्यक्रमों पर रोक लगाने के लिए संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों पर हस्ताक्षर किया।
बता दें कि खतरे के बावजूद इसने अमेरिका के एडवांस एंटी मिसाइल सिस्टम थाड के दक्षिण कोरिया में तैनाती का चीन ने विरोध किया था और कहा था कि इसका जवाब वह देगा।
दक्षिण चीन सागर में मानवनिर्मित आइलैंड पर चीन ने सैन्य बल को बढ़ाया है। बता दें कि समूचे दक्षिण चीन सागर पर बीजिंग अपना दावा करता है। जापान अधिकृत पूर्वी सागर के हिस्से में भी चीन अपने नौकाओं को हमेशा भेजता है।