कराची। पाकिस्तानी क्रिकेटर सकलेन मुश्ताक को दुनिया के बेहतरीन स्पिनर्स में गिना जाता रहा है। यूं तो सकलेन शर्मीले मिजाज के रहे हैं, लेकिन वर्ष 1999 में हुए वर्ल्डकप के दौरान उन्होंने एक गजब कारनामा किया था। उस वर्ल्ड कप में पाकिस्तानी टीम बेहतरीन प्रदर्शन कर रही थी। टीम मैनेजमेंट चाहता था कि पाकिस्तान हर हाल में दूसरी बार विश्व विजेता बने। इसी वजह से मैनेजमेंट ने सेमीफाइनल के ठीक पहले सभी क्रिकेटर्स को निर्देश दिया कि वो अपनी बीवी या गर्लफ्रेंड को वापस पाकिस्तान भेज दें। यह निर्देश सुनकर सकलेन परेशान हो गए।
दरअसल, तब उनकी नई-नई शादी हुई थी और वे अपनी पत्नी से दूर नहीं रहना चाहते थे। इसी वजह से उन्होंने टीम मैनेजमेंट के कहने के बाद भी अपनी बीवी सना को वापस नहीं भेजा और बगल के होटल में रूम लेकर ठहरा दिया। दिनभर सना अपने रूम में रहती और रात को सकलेन के रूम में आ जाती। इसी तरह एक रात को जब सना और सकलेन बात कर रहे थे, तभी टीम मैनेजमेंट के एक अधिकारी ने सकलेन के रूम का दरवाजा खटखटाया। सकलेन ने खतरे को भांप तुरंत सना को अलमारी में बंद कर दिया।
टीम मैनेजमेंट के अधिकारी ने अंदर आकर थोड़ी देर सकलेन से बात की और वापस चला गया। लेकिन, मुसीबत टली नहीं। थोड़ी ही देर बाद अजहर महमूद और मोहम्मद युसुफ (तब युसुफ योहाना) सकलेन के कमरे में आकर बैठ गए और बतियाने लगे। उधर, सकलेन को अपनी बीवी की हालत के बारे में सोचकर काफी बुरा लग रहा था।
लिहाजा, उन्होंने उन दोनों के सामने ही अलमारी खोली और अपनी बीवी को बाहर निकाला।
वे दोनों ये देखकर हैरान रह गए और चुपचाप बाहर चले गए। उन दोनों ने इस राज को राज ही रखा, लेकिन बाद में खुद सकलेन ने इस राज को मीडिया के सामने खोला।