संयोग गुप्ता
वाशिंगटन। अमेरिका, भारत, ऑस्ट्रेलिया और जापान के ‘क्वाड’ समूह के वरिष्ठ अधिकारियों
ने साझा हित के विभिन्न क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के तरीकों, संयुक्त राष्ट्र समेत अंतरराष्ट्रीय संस्थानों को मजबूत
बनाने, लोकतंत्र एवं मानवाधिकारों को बढ़ावा देने तथा हिंद-प्रशांत क्षेत्र में ‘दबावकारी कार्रवाइयों’ के प्रति संवेदनशील
देशों को समर्थन करने के बारे में चर्चा की।
अमेरिका के विदेश विभाग ने एक वक्तव्य में कहा कि मुक्त एवं स्वतंत्र हिंद-प्रशांत क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए
नियमित क्वाड संवाद के तहत बृहस्पतिवार को चारों देशों के अधिकारियों ने डिजिटल तरीके से मुलाकात की। इस
बैठक का उद्देश्य क्वाड नेताओं के पहले सम्मेलन के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, ऑस्ट्रेलिया के
प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन, भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, जापान के प्रधानमंत्री योशिहिदे सुगा के बीच 12 मार्च
2021 को जो ऐतिहासिक चर्चा हुई थी उसे क्रियान्वित करना तथा उसे आगे बढ़ाना है।
वक्तव्य में कहा गया कि उन्होंने मंत्रियों के स्तर, वरिष्ठ अधिकारियों के स्तर और कामकाज के स्तर पर नियमित
विचार विमर्श के अवसर का स्वागत किया। नेताओं का दूसरा सम्मेलन इसी साल होगा।
चारों देशों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के आक्रामक व्यवहार के मुकाबले में ‘क्वाड’ गठबंधन बनाने के काफी समय
से लंबित प्रस्ताव को 2017 में मूर्तरूप दिया था।
वक्तव्य में बताया गया, ‘‘चारों लोकतंत्र ने यह माना कि वैश्विक सुरक्षा एवं समृद्धि क्षेत्र के समावेशी, लचीले एवं
हितकर बने रहने में है।’’ बृहस्पतिवार की बैठक में अधिकारियों ने हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कोविड-19 महामारी के खात्मे
के लिए और आर्थिक सुधार की खातिर सतत अंतरराष्ट्रीय सहयोग के महत्व पर चर्चा की।
इस बैठक में भारत का प्रतिनिधित्व विदेश मंत्रालय की संयुक्त सचिव (अमेरिकाज) वाणी राव और अतिरिक्त
सचिव (पूर्वी एशिया) नवीन श्रीवास्तव ने किया।