वॉशिंगटन। एक अज्ञात सऊदी टिप्पणीकार के मुताबिक, सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान (MBS) ने अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को एक अरब डॉलर की रिश्वत दी। बताया जा रहा है कि यह राशि ट्रंप को उस वक्त दी गई, जब वह मई में रियाद की यात्रा पर आए थे। इसके बाद मोहम्मद बिन सलमान ने अमेरिकी प्रशासन को अपनी तरफ करने में कामयाब रहे।
टिप्पणीकार ने आगे कहा कि क्राउन प्रिंस ने अपने चचेरे भाई मोहम्मद बिन नयफ (MBN) को बाहर करने के लिए यह कदम उठाया था, जो जून में पद से हटाए जाने तक सिंहासन के उत्तराधिकारी थे। सऊदी के कमेंट्रेटर ने ट्विटर हैंडल मुजताहिद के जरिये कई ट्वीट किए।
उन्होंने ट्वीट में लिखा- ट्रम्प_एमबीएस स्कैंडल में राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान शामिल हैं। इसके बाद एक और ट्वीट किया गया, जिसमें लिखा था- डोनल्ड ट्रंप की सऊदी यात्रा के बाद सऊदी मामलों पर अमेरिकी रुख बदल गया खासतौर पर MBS और MBN की प्रसिस्पर्धा और कतर सीज को लेकर।
ट्वीट में यह दावा भी किया गया है कि MBS के पास ट्रंप से बात करने के लिए सिक्योर लाइन भी है। ऐसी किसी और नेता के पास नहीं है, यहां तक कि इजरायली पीएम नेतनयाहू और ब्रिटिश पीएम थेरेसा मे के बीच भी नहीं है। यह कहानी MBS के ट्रंप के ऊपर विशेष प्रभाव को दिखाती है।
आगे लिखा गया है कि ट्रंप की मई 2017 में रियाद की यात्रा के दौरान एक प्राइवेट यॉट सावधानी के साथ जेद्दा पोर्ट पर पहुंची। इसकी भारी-भरकम सुरक्षा व्यवस्था थी और इसकी पहचान को छिपाकर रखा गया था। यहां तक कि पोर्ट अधिकारियों को भी यॉट के पास जाने की इजाजत नहीं थी। कुछ चुनिंदा लोग ही वहां पहुंचे और उन्होंने नकदी से भरे कई बॉक्स (एक अरब डॉलर) की डिलीवरी की।
इन बॉक्स के लोड हो जाने के बाद यॉट गायब हो गई। यह काम कई घंटों तक गुपचुप तरीके से चलता रहा और यॉट की पहचान, वह कहां से आई और कहां गई, यह भी पता नहीं। MBS के इनर सर्किल से पता चला कि एक अरब डॉलर MBS की तरफ से थे और यॉट अप्रत्यक्ष रूप से ट्रंप के संगठन की थी।
सऊदी में गर्म है माहौल
सऊदी अरब में भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में 201 लोगों को हिरासत में लिया गया है। सऊदी के भावी शाह मोहम्मद बिन सलामन द्वारा छेड़े गए इस अभियान में देश के 11 राजकुमारों समेत शीर्ष अधिकारियों और पूर्व मंत्रियों पर भी शिकंजा कसा गया है। देश में पिछले कुछ दशकों में करीब 100 अरब डॉलर (करीब 7,000 करोड़ रुपये) गबन और भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गए।
ट्विटर पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से उलझने वाले सऊदी अरब के खरबपति प्रिंस अल वालीद बिन तलाल भी भ्रष्टाचार के मामले में गिरफ्तार कर लिए गए हैं। वह सऊदी शाही परिवार के सदस्य अल वालिद दुनिया के सबसे अमीर लोगों में शामिल हैं। उन्हें दुनिया का 50वां सबसे अमीर शख्स माना जाता है। वह किंगडम होल्डिंग कंपनी के संस्थापक हैं।
किंग अब्दुलअजीज बिन सऊद ने प्रिंस मितेन बिन अब्दुल्ला को भी पद से हटा दिया गया है। वह नेशनल गार्ड के मुखिया का अहम जिम्मेदारी वाला पद संभाल रहे थे। साथ ही छुट्टी पर चल रहे नौसेना प्रमुख और वित्त मंत्री को भी पद से हटा दिया गया है।