अंतरिक्ष कंसल
कराची। पाकिस्तान हाकी महासंघ (पीएचएफ) के महासचिव आसिफ बाजवा ने कहा कि पहले
ही वित्तीय समस्याओं से जूझ रही पाकिस्तानी हाकी के लिये कोरोना वायरस महामारी ने स्थिति और नाजुक बना
दी है और इससे देश का यह राष्ट्रीय खेल धीमी मौत मर सकता है। पाकिस्तान ने ओलंपिक में तीन स्वर्ण और
चार बार विश्व कप जीता है लेकिन पिछले कुछ वर्षों में टीम का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा
जिसके कारण उसे प्रायोजक नहीं मिल रहे हैं। ऐसे में पाकिस्तानी हाकी को अपने अस्तित्व के लिये संघर्ष करना
पड़ रहा है।ऐसी परिस्थितियों में कोविड-19 महामारी ने उसकी स्थिति और बदतर कर दी है। बाजवा ने शनिवार
को कहा, ‘‘कोरोना वायरस महामारी का हाकी पर बेहद नकारात्मक असर पड़ रहा है। पहले ही पीएचएफ और यह
खेल देश में वित्तीय समस्याओं का सामना कर रहे थे और अब स्थिति बदतर हो गयी है। ’’उन्होंने कहा कि
महामारी के कारण कई खिलाड़ी बेरोजगार हो गये हैं और उनके पास अब आय का कोई साधन नहीं है। पूर्व
ओलंपियन बाजवा ने कहा, ‘‘महासंघ भी दुर्भाग्य से ऐसी वित्तीय स्थिति में नहीं है कि वह खिलाड़ियों की मदद कर
सके। ’’उन्होंने कहा कि जब खेलों की वापसी होगी तब भी पाकिस्तान हाकी की मुश्किलें कम नहीं होंगी। बाजवा ने
कहा, ‘‘पाकिस्तान में हाकी सहित खेलों की स्थिति बदतर है। जब सब कुछ सामान्य हो जाएगा तब भी पीएचएफ
को सीनियर और जूनियर टीमों को अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिये बाहर भेजने के लिये काफी धनराशि की
जरूरत पड़ेगी। ’’