टोरंटो। कनाडा की राजधानी ओटावा में कोविड-19 संबंधी प्रतिबंधों और टीके संबंधी आदेश
के खिलाफ हजारों लोगों ने प्रदर्शन किया और ‘पार्लियामेंट हिल’ के आस-पास जानबूझकर यातायात को बाधित
किया।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने ‘नेशनल वार मेमोरियल’ में मूत्र त्याग किया और वाहन खड़े किए। एक व्यक्ति ‘टूम ऑफ द
अननोन सोल्जर’ पर खड़े होकर नाचा।
वैश्विक महामारी से निपटने संबंधी आदेशों को लेकर कनाडा में हुए अब तक के सबसे बड़े प्रदर्शनों के बाद देश में
प्रदर्शनकारियों को अन्य लोगों की सहानुभूति नहीं मिली। कनाडा में 80 प्रतिशत लोगों का टीकाकरण हो चुका है।
प्रदर्शनकारियों के अभद्र व्यवहार से कई लोग नाराज हो गए।
कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रुडो ने कहा कि ओटावा में प्रदर्शन करने वाले लोग अल्पसंख्यक हैं। प्रदर्शन के दौरान
ट्रुडो और उनके परिवार को एक अज्ञात स्थान पर ले जाया गया। उनके दो बच्चे कोरोना वायरस से संक्रमित पाए
गए हैं और मंगलवार को आई जांच रिपोर्ट में उनके भी संक्रमित होने की पुष्टि हुई। ट्रुडो ने कहा कि वह ठीक है।
कुछ प्रदर्शनकारियों ने बुधवार को भी प्रदर्शन जारी रखा। उन्होंने कहा कि जब तक टीकों संबंधी सभी आदेश और
अन्य प्रतिबंध वापस नहीं लिए जाते, तब तक वे हटेंगे नहीं। उन्होंने ट्रुडो सरकार को हटाए जाने की भी मांग की,
जबकि अधिकतर प्रतिबंध उनकी सरकार के बजाय प्रांतीय सरकारों ने लगाए हैं। कई प्रदर्शनकारियों ने होटल, मॉल
और किराने की दुकानों में मास्क पहनने से इनकार कर दिया।
प्रदर्शनकारी मिशेल क्लोएट (47) ने कहा, ‘‘अब समय आ गया है कि कनाडा और दुनिया के बाकी देश वायरस से
निपटने का कोई और तरीका खोजें।’’
प्रदर्शनकारियों ने राष्ट्रीय नायक समझे जाने वाले एथलीट टेरी फॉक्स की प्रतिमा को कनाडा के उल्टे झंडे से लपेट
दिया। हड्डियों के कैंसर के कारण फॉक्स ने अपना एक पैर खो दिया था।
देश की उप प्रधानमंत्री क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने कहा, ‘‘मेरे बच्चे स्तब्ध हैं। सभी कनाडाई युवाओं की तरह वे भी टेरी
फॉक्स को अपना नायक समझते हुए बड़े हुए हैं। यह वह कनाडा नहीं है, जहां हम रहना चाहते हैं। हमारा कनाडा
ऐसा नहीं है।’’
ओंटारिया के प्रीमियर डग फोर्ड और संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ. पीटर होटेज ने भी प्रदर्शनों की निंदा की।