विकास गुप्ता
बीजिंग। कोरोना वायरस का केंद्र रहे चीन में लगातार दूसरे दिन इस जानलेवा विषाणु का
कोई घरेलू मामला सामना नहीं आया। हालांकि तीन और लोगों की मौत के साथ देश में मृतकों की संख्या 3,248
पर पहुंच गई। राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग (एनएचसी) ने कहा कि चीन में बृहस्पतिवार को कोरोना वायरस संक्रमण
का कोई घरेलू मामला दर्ज नहीं किया गया। चीन ने पिछले तीन महीनों में कोविड-19 को फैलने से रोकने में
अपने प्रयासों में बुधवार को अहम प्रगति की थी जब इस जानलेवा विषाणु का एक भी मामला सामने नहीं आया।
बहरहाल, एनएचसी ने शुक्रवार को कहा कि उसे बृहस्पतिवार को चीन में कोविड-19 के 39 नए मामले मिले
लेकिन यह सभी विदेशों से आए मामले हैं। इसके साथ ही आयातित मामलों की संख्या 228 पर पहुंच गई है।
इनमें से 14 मामले ग्वांगडोंग प्रांत, आठ शंघाई, छह बीजिंग और तीन फुजियान प्रांत में आए। तिआनजिन,
लियोनिंग, हेलोंगजियांग, झेलियांग, शानडोंग, ग्वांग्शी, सिचुआन और गान्सू प्रांत में एक-एक मामला दर्ज किया
गया। एनएचसी ने बताया कि चीन में बृहस्पतिवार तक संक्रमित मामलों की संख्या 80,967 पर पहुंच गई। इसमें
बीमारी से मरने वाले 3,248 लोग भी शामिल हैं, 6569 मरीजों का अब भी इलाज चल रहा है और 71,150
मरीजों को ठीक होने के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। इस बीच, सरकारी मीडिया ने शुक्रवार को राष्ट्रपति शी
चिनफिंग के हवाले से कहा कि चीन जानलेवा कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ वैश्विक लड़ाई को तेज करने के
लिए ‘‘सभी दूसरे देशों के साथ काम’’ करने के लिए तैयार है। शिन्हुआ समाचार एजेंसी के अनुसार, शी ने देर रात
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ टेलीफोन पर की बातचीत में यह कहा। चीनी नेता ने कहा कि बीजिंग
वैश्विक जन स्वास्थ्य की सुरक्षा के लिए रूस और सभी अन्य देशों के साथ समन्वित प्रयास करने का इच्छुक है।
शिन्हुआ ने शी के हवाले से कहा, ‘‘चीन के पास इस वैश्विक महामारी पर जीत हासिल करने के लिए विश्वास,
क्षमता और दृढ़ निश्चय है।’’ गौरतलब है कि यह बीमारी 158 देशों में फैल चुकी है। चीन की फौरन हरकत में न
आने और बीमारी फैलने के बारे में पर्याप्त सूचना का खुलासा न करने के लिए आलोचना की जा रही है। अमेरिका
के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने बृहस्पतिवार को कहा, ‘‘निश्चित तौर पर उन्होंने जो किया उसके लिए दुनिया बड़ी
कीमत चुका रही है।’’